
इंदौर : इंदौर के भागीरपुरा बस्ती में दूषित पानी के सेवन से चार लोगों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जांच कमेटी का गठन किया है। इसके साथ ही जोनल अधिकारी समेत तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी साझा करते हुए स्पष्ट किया कि लोगों के स्वास्थ्य के साथ किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
भागीरथपुरा बस्ती में उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या मंगलवार को 200 से अधिक तक पहुंच गई, जिससे मामले की गंभीरता और बढ़ गई। इस स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री लगातार अफसरों से अपडेट ले रहे थे। देर रात मुख्यमंत्री ने जोनल अधिकारी शालिग्राम सितोले और सहायक यंत्री योगेश जोशी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया, जबकि पीएचई के प्रभारी उपयंत्री शुभम श्रीवास्तव की सेवा समाप्त कर दी गई।
जांच के लिए मुख्यमंत्री ने आईएएस नवजीवन पंवार के निर्देशन में विशेष कमेटी गठित की है। इस कमेटी में अधीक्षण यंत्री प्रदीप निगम और मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शैलेश राय को भी शामिल किया गया है। कमेटी मामले की गहन जांच करेगी और जिम्मेदार अधिकारियों तथा अन्य पहलुओं का विस्तृत अध्ययन कर रिपोर्ट सौंपेगी।
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