
नैनीताल : नैनीताल में 2025 का वर्ष कम से कम तीन बड़ी दुर्घटनाओं के नाम रहा और वर्ष के आखिरी दिन भी यहां एक बड़ा भीषण अग्निकांड हुआ। आज 31 दिसंबर की सुबह तड़के यहां बीडी पांडे जिला चिकित्सालय के पीछे गैराज के पास बड़ी अग्नि दुर्घटना हुई, जिसमें 6 दोपहिया वाहन पेट्रोल टेंकों में धमाके के साथ पूरी तरह से जलकर मात्र ढांचों में बदल गये हैं। राहत की बात यह है कि घटना के समय मौके पर कोई व्यक्ति नहीं था, इसलिये किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई और आग को बगल में स्थित कुमाऊं मंडल के स्वास्थ्य निदेशक के कार्यालय आदि में फैलने की संभावना से पहले अग्निशमन बलों ने बुझा लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आग सुबह तड़के लगभग साढ़े तीन बजे के आसपास लगी होगी। सबसे पहले नाहिद नाम के व्यक्ति ने अपने घर से वाहनों में बहुत तेज धमाकों के साथ आग लगी देखी और तत्काल चार बजकर दस मिनट पर अग्निशमन बलों को आग लगने की सूचना दी। सूचना मिलते ही अग्निशमन अधिकारी के नेतृत्व में अग्निशमन बल तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे। तब तक लकड़ी और टीन से बने खाली गैराज में आग लगी थी, और उसके बाहर सड़क पर खड़ी तीन मोटरसाइकिल और तीन स्कूटी आग की चपेट में आकर राख हो चुकी थीं। अग्निशमन बलों ने लगभग 1 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद लगभग 5 बजे आग पर नियंत्रण प्राप्त किया। जो वाहन अग्निकांड में जले हैं, उनमें से अधिकांश के इंश्योरेंस भी नहीं हैं। ऐसे में उन्हें बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ है।
विद्युत व्यवस्था हुई भंग
नैनीताल। जिस स्थान पर आग लगी, उसके ऊपर से बिजली की लाइन गुजर रही है। आग लगने से बिजली की लाइन भी जल गयी और रोपवे केबल कार के स्टेशन आसपास के पूरे क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति भी बाधित हो गयी।
आम चर्चा रही कि बिजली की लाइन से हुए शॉर्ट सर्किट के कारण वाहनों में आग लगी होगी, हालांकि विद्युत विभाग के उप खंड अधिकारी पर्यंक पांडे ने इस संभावना से इंकार करते हुए कहा कि रात्रि में बिजली की लाइन पर अधिक लोड नहीं होता, जिससे चिंगारियां निकलें। और ऐसा हुआ भी हो तो इससे जमीन पर वाहनों के जलने की संभावना नहीं होती है। उधर अग्निशमन विभाग द्वारा आग लगने के कारणों की जांच करने की बात कही है।















