
Hathras : कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जिलाधिकारी अतुल वत्स एवं पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिंह ने जनपद की यातायात व्यवस्था और सड़क सुरक्षा की विस्तार से समीक्षा की। बैठक में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रशासन ने स्पष्ट किया कि अब किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी और सभी संबंधित विभाग जवाबदेह होंगे।
जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग एवं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को निर्देशित किया कि जनपद में चिन्हित दुर्घटना संभावित स्थलों पर सुधार कार्य प्राथमिकता के आधार पर तत्काल पूर्ण कराए जाएं। उन्होंने कहा कि इन स्थानों पर स्पष्ट और मानक अनुरूप साइनेज, रोड मार्किंग, हाई मास्ट लाइट, बैरियर, सड़क चौड़ीकरण तथा क्षतिग्रस्त मार्गों की मरम्मत सुनिश्चित की जाए, जिससे दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
डीएम ने विशेष रूप से रात्रिकालीन सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जिन क्षेत्रों में रात के समय दुर्घटनाएं अधिक होती हैं, वहां पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था कराई जाए। साथ ही संवेदनशील चौराहों, मुख्य मार्गों एवं भीड़भाड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर यातायात को नियंत्रित किया जाए। उन्होंने सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने और निर्धारित समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिंह ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना पुलिस प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने यातायात नियमों के कड़ाई से पालन, बिना हेलमेट व सीट बेल्ट वाहन चालकों पर सख्त कार्रवाई, ओवरस्पीडिंग पर नियंत्रण तथा आमजन को जागरूक करने के लिए निरंतर अभियान चलाने के निर्देश दिए।
बैठक में ई-रिक्शा संचालन को लेकर भी महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। इसके लिए पृथक कार्ययोजना तैयार कर ई-रिक्शाओं को सीमित एवं निर्धारित मार्गों पर ही संचालित करने पर सहमति बनी, जिससे जाम की समस्या कम हो और सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सके।
प्रशासन ने स्पष्ट रूप से कहा कि सड़क सुरक्षा से संबंधित कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों व विभागों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।










