Kanpur : गर्लफ्रेंड को वीडियो कॉल कर छात्र ने लगाई फांसी, परिजन बोले- ‘लड़की धमकाती थी, शादी करो नहीं तो जहर खा लूंगी’

Kanpur : कानपुर के महाराजपुर क्षेत्र से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। 23 वर्षीय छात्र दीपू यादव ने अपनी गर्लफ्रेंड से वीडियो कॉल कर फांसी लगा ली। वह असम के डिब्रूगढ़ में सेना की तैयारी कर रहा था। 27 दिसंबर की शाम वह फंदे पर लटका मिला था। सोमवार देर रात उसका शव कानपुर लाया गया, जहां मंगलवार सुबह उसका अंतिम संस्कार किया गया।

मामला क्या है?

दीपू यादव का जन्म बंबुरिहा गांव, महाराजपुर में हुआ था। एक हफ्ते पहले, 23 दिसंबर को, वह अपने घर से असम के लिए रवाना हुआ था। उसकी बुआ ललिता देवी ने बताया कि दीपू का बंबुरिहा में सेना के जवान की बेटी से अफेयर था। इस संबंध को लेकर वह परेशान चल रहा था।

परिजनों के अनुसार, दीपू ने पूछने पर बताया था कि गर्लफ्रेंड उसे परेशान कर रही है। वह कहती थी कि शादी नहीं हुई तो वह जहर खा लेगी और उसके घरवालों को पुलिस में फंसवा देगी। लड़की के परिवार को इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने दीपू को धमकाना शुरू कर दिया। इस तनाव के चलते दीपू ने सुसाइड कर लिया।

बेटे के अंतिम संस्कार के बाद, परिजनों ने महाराजपुर थाने में लड़की और उसके परिवार के खिलाफ शिकायत दी है। थाना प्रभारी राजेश कुमार ने बताया- “जांच की जा रही है और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।”

दीपू ने कानपुर के सरसौल से बीएससी की पढ़ाई की थी। 10 महीने पहले, उसने डिब्रूगढ़ में सेना की तैयारी शुरू की। वह प्राइवेट कोचिंग में भी पढ़ाता था। उसके पिता राम सिंह यादव खेती करते हैं, मां मीरा यादव गृहिणी हैं। बड़ा भाई असम सेना में है, और छोटी बहन रेशू पढ़ाई कर रही है।

पिता राम सिंह यादव का कहना है- “मेरा बेटा पढ़ाई में अच्छा था। तीन साल पहले उसकी लड़की से दोस्ती हुई, जो अब प्रेम संबंध में बदल गई थी। जब लड़की के घरवालों को इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने दीपू को दूरी बनाने को कहा। इसके बाद वह तनाव में रहने लगा।”

दीपू के करीबी दोस्त शुभम साहू ने बताया- “27 दिसंबर को दीपू को कॉल किया, लेकिन उसने रिसीव नहीं किया। फिर दोस्तों को फोन किया तो पता चला कि वह फांसी पर लटका है। उसके पास जाकर पता चला कि वह मानसिक रूप से बहुत परेशान था। गर्लफ्रेंड लगातार परेशान कर रही थी और शादी का दबाव बना रही थी।“

दीपू के बड़े भाई धर्मेंद्र सिंह मीणा और बहन डॉक्टर ज्योति मीणा ने बताया- “पिछले एक साल से दीपू बहुत डरा-डरा रहता था। उसने कहा था कि कहीं कोई बड़ा अधिकारी या प्रोफेसर उससे संपर्क में तो नहीं है। वह कहता था कि कोई शक्तिशाली लोग हैं, जो हमें नुकसान पहुंचा सकते हैं।“

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