
- – उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने प्रदेशवासियों को दी नववर्ष की अग्रिम शुभकामनाएं
रायपुर। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने छत्तीसगढ़ की तीन करोड़ जनता को नववर्ष की अग्रिम बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उप मुख्यमंत्री साव ने आज मंगलवार काे पत्रकाराें काे संबाेधित करते हुए कहा कि वर्ष 2026 छत्तीसगढ़ और देश के लिए नए उत्साह और ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने का वर्ष होगा। उन्होंने विश्वास जताया कि 2026 में छत्तीसगढ़ नक्सल मुक्त होगा और विकसित छत्तीसगढ़ की नींव इसी वर्ष मजबूत होगी। प्रदेश में तेज गति से विकास कार्य हो रहे हैं और विकसित राज्य के संकल्प को पूर्ण करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि, वर्ष 2025 अनेक मामलों में ऐतिहासिक और यादगार पल रहा है। इस वर्ष देश ने लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती मनाई, जिसके माध्यम से एकता और अखंडता का संदेश दिया गया। साथ ही वंदेमातरम की 150वीं जयंती मनाई गई। साव ने कहा कि वर्ष 2025 में पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी का शताब्दी वर्ष मनाया गया। वहीं छत्तीसगढ़ राज्य ने अपने गठन के 25 वर्ष पूर्ण होने पर रजत जयंती वर्ष मनाया। इस वर्ष राज्य को कई बड़ी उपलब्धियां मिली है। नई उद्योग नीति से निवेश बढ़ा है युवाओं को सरकारी सहित विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार मिला। वहीं विशेष रूप से खेल के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ ने राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान बनाई है।
साव ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना के 100 वर्ष पूरे हो चुके हैं। संघ द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लगातार जन-जागरण का कार्य किया जा रहा है। इससे समाज में जागरूकता, सद्भावना और एकता को बल मिलेगा, जो देश की प्रगति और समृद्धि में सहायक सिद्ध होगा।
सूरजपुर में कांग्रेस के सम्मेलन पर प्रतिक्रिया देते हुए उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि, कांग्रेस सरकार ने अपने पांच वर्षों के कार्यकाल में सरगुजा की जनता को ठगने का काम किया है। आज जनता उनसे सवाल कर रही है कि उन्होंने क्षेत्र के लिए क्या किया? कांग्रेस नेताओं की आपसी खींचतान पर उन्होंने कहा कि पार्टी में आपसी सिर फुटौव्वल मची हुई है और सभी नेता दिल्ली दरबार को खुश करने तथा अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं। इसी कारण कांग्रेस से जनता और कार्यकर्ता दोनों दूर हो चुके हैं।
यह भी पढ़ें : संभल में कड़ी सुरक्षा के बीच हुई कब्रिस्तान की पैमाइश, भूमि पर कब्जा कर 22 लोगों ने बनाए हैं घर व दुकान










