लखनऊ पुलिस का बड़ा एक्शन: राजस्थान से अगवा युवक को छुड़ाया, तीन आरोपी दबोचे गए

लखनऊ : सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस ने अपहरण और फिरौती के एक मामले का खुलासा किया है. पुलिस ने राजस्थान से अपहृत युवक को सकुशल मुक्त करा लिया है. पुलिस ने घेराबंदी कर जौनपुर और सुल्तानपुर के तीन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के पास से वारदात में इस्तेमाल स्कॉर्पियो-एन और अवैध तमंचा बरामद हुआ है.

​जयपुर राजस्थान के रहने वाले लोकेश मीणा ने रविवार को पुलिस को तहरीर दी थी कि कुछ लोगों ने उनके और उनके मित्र सुमित के साथ मारपीट की. बदमाशों ने लोकेश की गाड़ी छीन ली और उनके मित्र सुमित ब्याडवाड 18 का अपहरण कर लिया. सुमित को छोड़ने के बदले आरोपी लगातार पैसों की मांग कर रहे थे.

​इंस्पेक्टर उपेन्द्र सिंह के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने मैनुअल इंटेलिजेंस और तकनीकी साक्ष्यों (सर्विलांस) की मदद से जाल बिछाया. पुलिस ने किसान पथ के किनारे निजामपुर मझिगवां के पास घेराबंदी कर सुमित को बदमाशों के चंगुल से छुड़ा लिया. मौके से राजस्थान नंबर की काली स्कॉर्पियो-एन (RJ14UL4311) और आरोपी विनोद के पास से 315 बोर का तमंचा बरामद हुआ.

​पकड़े गए आरोपी पेशेवर अपराधी हैं और उन पर पहले से ही कई जिलों में मुकदमे दर्ज हैं. ​विनोद कुमार यादव जौनपुर का रहने वाला है. जौनपुर और प्रतापगढ़ में लूट और आर्म्स एक्ट के करीब 8 मामले दर्ज हैं. ​सौरभ पाठक सुल्तानपुर का रहने वाला है. सुल्तानपुर और लखनऊ में अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. ​मोहम्मद ताबीस खान जौनपुर का रहने वाला है. पुलिस ताबीस के पिछले रिकॉर्ड की जांच कर रही है.

​पूछताछ में आरोपियों ने कबूला किया कि लोकेश मीणा के साथ उनका पैसों के लेन-देन का पुराना विवाद था. बदला लेने और रकम वसूलने के लिए उन्होंने 27 दिसंबर को सुमित का अपहरण किया. वे उसे दो दिनों तक जौनपुर के अलग-अलग इलाकों में घुमाते रहे और घरवालों को डराकर पैसे मांगते रहे. आरोपी सुमित को लेकर लखनऊ आए थे, जहां पुलिस ने कार्रवाई कर उसे मुक्त कराया.

यह भी पढ़े : ‘इक्कीस’ की स्क्रीनिंग पर भावुक हुए सनी देओल और सलमान खान

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें