
आधुनिक युद्ध की तस्वीर तेजी से बदल रही है। पहले लड़ाई में टैंकों और लड़ाकू विमानों का ही दबदबा था, लेकिन अब ड्रोन टेक्नोलॉजी युद्ध का सबसे घातक हथियार बन चुकी है। ये ड्रोन सिर्फ दुश्मन की गतिविधियों पर नजर नहीं रखते, बल्कि जरूरत पड़ने पर कुछ ही मिनटों में बड़ा हमला करने की क्षमता भी रखते हैं। आइए जानते हैं दुनिया के 5 सबसे खतरनाक ड्रोन के बारे में, जिनकी ताकत से बड़े-बड़े देश भी सतर्क रहते हैं।
MQ-9 Reaper
अमेरिका का MQ-9 Reaper दुनिया के सबसे घातक सैन्य ड्रोन में से एक है। यह लंबी दूरी तक उड़ान भर सकता है और घंटों तक दुश्मन इलाके में निगरानी रख सकता है। इसमें हाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरे, थर्मल सेंसर और सटीक मिसाइल सिस्टम लगे होते हैं, जिससे यह बिना पायलट के भी सटीक हमला कर सकता है। आतंकवाद विरोधी अभियानों में इसका बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हुआ है।
Bayraktar TB2
तुर्किए का Bayraktar TB2 हाल के वर्षों में युद्ध रणनीति को पूरी तरह बदलने वाला ड्रोन माना जाता है। यह कम ऊंचाई पर उड़ते हुए दुश्मन के ठिकानों को निशाना बना सकता है। इसकी खासियत इसकी किफायती लागत और हाई-प्रिसिजन स्ट्राइक क्षमता है, जिसने इसे कई देशों की पहली पसंद बना दिया है।
Wing Loong II
चीन का Wing Loong II ड्रोन अमेरिका के MQ-9 का सीधा मुकाबला माना जाता है। यह लंबी दूरी की निगरानी कर सकता है और भारी हथियार ले जाने में सक्षम है। इसमें एडवांस रडार सिस्टम और मल्टी-सेंसर टेक्नोलॉजी लगी है, जिससे यह दिन और रात दोनों समय हमला कर सकता है।
Heron TP
इजरायल का Heron TP ड्रोन बेहद ऊंचाई पर उड़कर दुश्मन की निगरानी करता है और जरूरत पड़ने पर सटीक हमला भी कर सकता है। इसकी खासियत इसकी लंबी उड़ान अवधि और रियल-टाइम इंटेलिजेंस शेयरिंग क्षमता है, जो इसे युद्ध के मैदान में बेहद प्रभावशाली बनाती है।
Shahed-136
ईरान का Shahed-136 ड्रोन कम कीमत और आत्मघाती हमले की क्षमता के कारण खतरनाक माना जाता है। इसे दुश्मन के इलाके में भेजकर सीधे टारगेट से टकराया जाता है। इसकी वजह से एयर डिफेंस सिस्टम पर भी भारी दबाव पड़ता है और यह रणनीतिक रूप से कई देशों के लिए चुनौती बन चुका है।
इन ड्रोन टेक्नोलॉजी की वजह से आधुनिक युद्ध में रणनीति और सुरक्षा की तस्वीर पूरी तरह बदल गई है, और ये भविष्य में युद्ध का अहम हिस्सा बने रहेंगे।















