
बाराबंकी। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में रामनगर तहसील क्षेत्र के बहलोलपुर निवासी कुछ किसानों ने विवाद से बचने के लिए कच्ची नाप के बजाय पक्की नाप और वह भी फसल कटने के बाद कराने के लिए तहसीलदार को प्रार्थना पत्र सौंपा है।
किसान हरिनारायण, हरिशंकर, हरिदास, विश्वनाथ, अमरनाथ आदि ने दिए प्रार्थना पत्र में कहा है कि वे संक्रमणीय भूमिधर हैं। उनकी कृषि योग्य जमीन नामीपुर सिरौली में है और फसल लगी है। वहां के ग्राम प्रधान गांव के अन्य लोगों के साथ मिलकर उनकी कृषि भूमि के आस-पास की संक्रमणीय भूमि लेखपाल व कानून-गो से मिलकर कच्ची नाप कराना चाह रहे हैं। यह नियमानुसार सही नहीं है। कच्ची नाप की जगह धारा 24 की पक्की नाप करानी चाहिए और वह भी तब जब खेत में फसल न लगी हो। इस समय पक्की नाप भी यदि हुई तो खेत की फसल नष्ट होगी और काफी नुकसान होगा। लोगों में विवाद होगा। तहसीलदार विपुल सिंह ने बताया कि किसानों से शिकायती पत्र मिला है। इस प्रकरण में टीम गठित कर दी है। इस तरह के अन्य मामले भी अगर संज्ञान में आते हैं तो उनकी भी जांच जरूर कराई जाएगी।











