
Dehradun : हरबर्टपुर चौक के पास सोमवार देर रात कुत्तों को भोजन खिलाने को लेकर हुई टिप्पणी के बाद दो पक्षों में विवाद हो गया, जो देखते ही देखते मारपीट और हंगामे में बदल गया। घटना में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के युवक शामिल थे। विवाद बढ़ने पर हरबर्टपुर पुलिस चौकी के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई और स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
जानकारी के अनुसार हरबर्टपुर चौक पर स्थित एक चाय की दुकान के बाहर कुछ युवक निराश्रित कुत्तों को भोजन खिला रहे थे। इसी दौरान दुकान के अंदर बैठे दो युवकों ने इस पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। इससे नाराज युवक दुकान के भीतर चले गए, जहां दोनों पक्षों में कहासुनी के बाद जमकर मारपीट शुरू हो गई।
मारपीट की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया, जिससे अफवाह फैल गई कि मामला सांप्रदायिक है। अफवाह के बाद बजरंग दल, अन्य संगठनों और मुस्लिम समुदाय के युवक दोपहिया व चारपहिया वाहनों से चौकी के बाहर पहुंच गए। दोनों पक्षों के परिजन भी मौके पर आ गए।
स्थिति बिगड़ने की आशंका को देखते हुए कोतवाली क्षेत्र की अन्य चौकियों से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। पुलिस द्वारा समझाने के प्रयास के बावजूद चौकी के अंदर ही दोनों पक्षों के युवक आपस में भिड़ गए। इस दौरान कुछ युवकों ने पुलिसकर्मियों से लाठियां छीन लीं और एक-दूसरे पर हमला कर दिया। पुलिस ने लाठी फटकार कर बड़ी मुश्किल से भीड़ को खदेड़ा।
कई घंटों तक चौकी के बाहर भीड़ जमा रही। हालांकि, दोनों पक्षों की ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई। पुलिस ने शांति भंग की आशंका के चलते दोनों पक्षों के चार युवकों के खिलाफ कार्रवाई की है।
बताया जा रहा है कि विवाद में शामिल एक गुट क्षेत्र के एक पूर्व ब्लॉक प्रमुख से जुड़ा है, जबकि दूसरे गुट में बजरंग दल व अन्य संगठनों के युवक शामिल थे। हालांकि पुलिस पूरे मामले को आपसी विवाद बता रही है।
घटना के संबंध में हरबर्टपुर निवासी दीपक ने बताया कि कुत्तों को खाना खिलाने के दौरान की गई टिप्पणी के बाद विवाद शुरू हुआ, जो मारपीट में बदल गया। युवकों को मेडिकल जांच के लिए ले जाते समय भी कुछ लोग भड़क गए, जिन्हें पुलिस ने लाठी फटकार कर मौके से हटाया।
वरिष्ठ उप निरीक्षक शिशुपाल सिंह राणा ने बताया कि मामला दो पक्षों के बीच आपसी विवाद का है। किसी भी पक्ष से शिकायत नहीं मिली है और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए चार युवकों के खिलाफ शांति भंग के तहत कार्रवाई की गई है।















