
Mahoba : महोबा से एक दिल दहला देने वाला और मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। शहर कोतवाली क्षेत्र की हिंद टायर गली में रेलवे के रिटायर्ड सीनियर क्लर्क ओमप्रकाश सिंह राठौर और उनकी 27 वर्षीय मानसिक विक्षिप्त बेटी रश्मि को उनके ही घर में बंधक बनाकर क्रूरता की गई। इस घिनौने अपराध ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, रेलवे से सेवानिवृत्त 70 वर्षीय ओमप्रकाश सिंह राठौर और उनकी बेटी रश्मि को नौकर दंपति ने पिछले पांच वर्षों से घर में कैद कर रखा था। आरोप है कि इस नौकर दंपति ने अपने स्वार्थ के लिए पूरे मकान पर कब्जा कर लिया और बुजुर्ग और उसकी मानसिक रूप से विक्षिप्त बेटी को नीचे के कमरों में बंद कर दिया। वे खुद ऊपर के कमरों में आराम से रहते थे, जबकि बाप-बेटी को भूख-प्यास से तरसाया गया।
परिजनों का कहना है कि जब भी वे उनसे मिलने आते थे, तो नौकर मुंह फेरकर या बहाना बनाकर उन्हें वापस भेज देते थे। कभी कहते कि मालिक घर पर नहीं हैं, तो कभी कि वह किसी से मिलना नहीं चाहते। इस क्रूरता का परिणाम यह हुआ कि भूख और इलाज की गंभीर अभाव में ओमप्रकाश की मौत हो गई। उनकी हालत इतनी खराब हो गई थी कि शरीर सूख चुका था और मृत्युपरांत भी उनकी बेटी रश्मि का शरीर हड्डियों का ढांचा मात्र रह गया था। वह नग्न अवस्था में एक अंधेरे कमरे में पाई गई, और उसकी हालत भी बहुत खराब थी। उसकी उम्र 27 साल होने के बावजूद भूख के कारण वह 80 साल की वृद्धा जैसी दिख रही थी, केवल सांसें चल रही थीं।
मृतक के भाई अमर सिंह ने बताया कि साल 2016 में उनकी बहन की मृत्यु के बाद ओमप्रकाश अपनी बेटी के साथ अलग मकान में रहने चले गए थे। वहां उन्होंने चरखारी निवासी रामप्रकाश कुशवाहा और उसकी पत्नी रामदेवी को देखभाल के लिए रखा था। लेकिन, आरोप है कि इस दंपति ने उनके मकान पर कब्जा कर लिया और बुजुर्ग और उसकी बेटी को यातना देने लगे।
सोमवार को जब परिजन घर पहुंचे तो उनका सारा नजारा देखकर चीख निकल गई। ओमप्रकाश का शव पूरी तरह सूख चुका था, और बेटी रश्मि को एक अंधेरे कमरे में नग्न अवस्था में पाया गया। परिजन ने आरोप लगाया कि नौकर ने मकान और बैंक बैलेंस के लालच में इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया है।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है, और पड़ोसी भी हैरान हैं कि कभी सूट-टाई पहनकर शान से रहने वाला रेलकर्मी इतनी जघन्य स्थिति में कैसे पहुंच गया।
परिजन अब बेटी की देखभाल कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं। इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।












