औरैया में मिट्टी का टीला ढहने से महिला की दर्दनाक मौत, दो माह में अनाथ हुए दोनाें बेटे

  • दाे माह पहले हाे चुकी है पति की माैत

औरैया। उत्तर प्रदेश के जनपद औरैया के अयाना थाना क्षेत्र के गांव कोठी दासपुर में सोमवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। घर की रंगाई-पुताई के लिए मिट्टी खोदते समय टीला ढहने से एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

कोठी दासपुर निवासी बहादुर सिंह ने बताया कि उनकी बेटी मिथिलेश कुमारी की शादी लगभग 20 वर्ष पूर्व कानपुर देहात के मंगलपुर थाना क्षेत्र के गांव आलियापुर निवासी संजय कुमार से हुई थी। मिथिलेश अपने दो बेटों अश्वनी और शांतनु के साथ मायके में ही रह रही थी। नववर्ष के अवसर पर घर की साफ-सफाई और रंगाई-पुताई कराने के लिए सोमवार को वह छोटे बेटे शांतनु और पड़ोसी चरण सिंह की बेटी वंदना के साथ गांव से लगभग एक किलोमीटर दूर पीरा मिट्टी खोदने गई थी।

बताया गया कि एक टोकरी मिट्टी भरने के बाद मिथिलेश ने अपने बेटे को मिट्टी घर पहुंचाने के लिए भेज दिया। इसी दौरान अचानक मिट्टी का टीला भरभराकर ढह गया और मिथिलेश दब गई। वंदना के शोर मचाने पर खेतों में काम कर रहे किसान दौड़कर मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने करीब आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद महिला को मलबे से बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

घटना की सूचना पर अयाना थाना पुलिस मौके पर पहुंची। थाना अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि परिजनों से पूछताछ कर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया है। तहसील प्रशासन को भी घटना की सूचना दी गई, जिस पर क्षेत्रीय लेखपाल अभिषेक कुमार मौके पर पहुंचे और जांच कर रिपोर्ट तहसील प्रशासन को सौंप दी। उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार को शासन स्तर से हर संभव सहायता दिलाने का प्रयास किया जाएगा। थाना अध्यक्ष ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।

दो माह में अनाथ हो गए दोनों बेटे

मिथिलेश कुमारी की मौत के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई। उनके दोनों बेटे अश्वनी और शांतनु का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने बताया कि मिथिलेश के पति संजय कुमार दिल्ली में एक निजी कंपनी में नौकरी करते थे। कुछ माह पूर्व गंभीर बीमारी के चलते वह ससुराल आकर रहने लगे थे, जहां करीब दो माह पहले उनकी भी मृत्यु हो गई थी। पिता की मौत के बाद मां ही बच्चों का एकमात्र सहारा थीं, लेकिन अब इस हादसे ने दोनों बच्चों को पूरी तरह अनाथ कर दिया है। गांव के लोग परिवार की हालत देखकर बेहद दुखी हैं और प्रशासन से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता व संरक्षण देने की मांग कर रहे हैं।

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