Sitapur : ‘डबल मर्डर’ खूनी खेल का खुलासा, बाप-भाई की मौत का लिया था भीषण बदला

  • रिहाई के बाद घात लगाकर किया हमला, हथियार समेत दो हत्यारे दबोचे

Sitapur : पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल के सख्त आदेशों के बाद, इमलिया सुल्तानपुर पुलिस टीम ने सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड का सफल अनावरण करते हुए दो हत्याभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। 26 दिसम्बर 2025 को फत्तेपुर मातिनपुर में 65 वर्षीय अख्तर खान और 40 वर्षीय मेसर खान को गोलियों से भून दिया गया था। अब इस हत्याकांड के पीछे की भयानक सच्चाई सामने आई है। गिरफ्तार किए गए आरोपी हैं अजयपाल उर्फ झगड़ू और उत्तम उर्फ तामू उर्फ रामू। पुलिस ने इनके पास से आलाकत्ल दो देशी तमंचे (315 बोर), जिंदा कारतूस और वारदात में इस्तेमाल हुए खोखे भी बरामद किए हैं।

साल 2011 और 2020 की हत्याओं का ‘हिसाब बराबर’

आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि यह हत्या पुरानी दुश्मनी और खूनी बदले की कहानी है। गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि मृतक अख्तर खान ने 2011 में उनके पिता ठाकुर प्रसाद और 2020 में उनके भाई संतोष की हत्या की थी। हालांकि वे मुकदमे में सुलह करके जेल से छूट गए, लेकिन अजयपाल और उत्तम के मन में बदले की आग हमेशा भड़कती रही। जैसे ही अख्तर और मेसर हाल ही में गाँव आए और उनसे विवाद हुआ, जमानत पर छूटने के तुरंत बाद दोनों भाइयों ने अपने अन्य रिश्तेदारों (रणधीर उर्फ श्यामल, सौरभ उर्फ नंगा, शिवपूजन, अभय) के साथ मिलकर उन्हें खत्म करने की साजिश रची। उन्होंने फत्तेपुर मातिनपुर तिराहे पर घात लगाकर हमला किया। पहले फायर में अख्तर गिरा, और मेसर जब भागने लगा तो उसे दौड़ाकर दूसरा फायर किया गया। इसके बाद अन्य साथियों ने बांके और डंडों से वार कर बदला पूरा किया। इस रोंगटे खड़े कर देने वाली वारदात के बाद पुलिस ने तुरंत पाँच टीमें गठित की थीं और अब दो मुख्य हत्याभियुक्तों को पकड़ लिया गया है।
इनसेट

बाकी ‘बदला गैंग’ की तलाश में जुटी पुलिस

इमलिया सुल्तानपुर में बाप-बेटे की दोहरी हत्या का खूनी खुलासा होने के बाद, पुलिस अब इस बदले की साजिश में शामिल अन्य फरार अभियुक्तों को पकड़ने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है। अजयपाल उर्फ झगड़ू और उत्तम उर्फ तामू उर्फ रामू की गिरफ्तारी के बाद, अब पुलिस की गहन जांच रणधीर उर्फ श्यामल उर्फ विकटू, सौरभ उर्फ नंगा, शिवपूजन और अभय उर्फ रामनिवास जैसे मुख्य साजिशकर्ताओं पर केंद्रित है। इन सभी ने मिलकर घात लगाकर अख्तर खान और मेसर खान को गोलियों, बांके और डंडों से पीटा और मार डाला था।

फरार आरोपियों पर जल्द इनाम घोषित करने की तैयारी

पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने घटना के तुरंत बाद पांच विशेष टीमें गठित की थीं, जो अब दिन-रात फरार अपराधियों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। यह साफ है कि हत्या का यह भीषण षड्यंत्र इन दो गिरफ्तार भाइयों तक ही सीमित नहीं था, बल्कि इसमें पूरे परिवार और रिश्तेदारों का सहयोग शामिल था। पुलिस का मानना है कि अन्य आरोपी भी जल्द ही गिरफ्त में होंगे, और जरूरत पड़ने पर इन फरार अपराधियों पर भी इनाम घोषित कर दिया जाएगा, ताकि उन्हें फरार होने का मौका न मिले। जनपद में अपराधियों के खिलाफ यह श्जीरो टॉलरेंसश् नीति लगातार जारी रहेगी।

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