बहराइच में BLO ने कर दिया खेल! नाबालिग हो गए बालिग, बिन शादी के मिल गई पत्नी

Bahraich : उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में पूर्व प्रधान और BLO की साठगांठ से वोटर लिस्ट में बड़ी गड़बड़ी का मामला सामने आया है। यहां एक गांव में नाबालिग लड़कों का नाम भी बालिग़ के रूप में वोटर लिस्ट में जोड़ दिया गया है, जबकि बिना शादी के ही एक लड़के की पत्नी का नाम भी फर्जी तरीके से शामिल कर दिया गया है।

पंचायत चुनाव में फर्जी वोटिंग के लिए एक संभावित प्रधान प्रत्याशी ने बीएलओ के साथ मिलकर ऐसा घोर घोटाला किया है, जिससे पूरा परिवार हैरान-परेशान है। यह घटना उत्तर प्रदेश के जनपद बहराइच के ग्राम सभा दलजीत पुरवा की है। यहां BLO ने ऐसी करतूत कर दी है, जिससे परिवार के सदस्य भी दंग रह गए हैं। परिजनों का कहना है कि यह कैसे हो सकता है, जब बेटे की शादी अभी तक नहीं हुई है, फिर भी BLO ने कागजों में उसकी शादी कर दी। उनका आरोप है कि पंचायत चुनाव में फर्जी वोटिंग के मकसद से BLO ने यह सब किया है।

यूपी में पंचायत चुनाव का बिगुल बज चुका है। 23 दिसंबर को वोटर लिस्ट का पहला प्रकाशन हुआ है, जिसके बाद ग्राम सभाओं में संभावित प्रत्याशी अपने पक्ष के वोटरों पर नजर गड़ाए हुए हैं। वे वोटर लिस्ट में मौजूद नामों की जांच कर रहे हैं और अपने समर्थनियों के नाम खोज रहे हैं। हालांकि, चुनाव आयोग ने 30 दिसंबर 2025 तक नामों में संशोधन और आपत्ति दर्ज कराने का समय दिया है।

बिना ब्यााह की लड़की का नाम भी शामिल

इसी बीच बहराइच की एक ग्राम सभा में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बलहा ब्लॉक के दलजीत पुरवा गांव में BLO और संभावित प्रधान पद के प्रत्याशी की मिलीभगत से बिन ब्यााह के लड़के की पत्नी का नाम वोटर लिस्ट में जोड़ दिया गया है। गांव की वोटर लिस्ट में क्रम संख्या 496 पर दर्ज ब्रह्मानंद पुत्र सुखराम का फर्जी पत्नी का नाम क्रम संख्या 497 पर मनीषा के नाम से दर्ज कर दिया गया है। ग्रामीणों के अनुसार, ब्रह्मानंद की उम्र अभी 18 साल से भी कम है।

ग्रामीणों ने बताया कि वोटर लिस्ट में BLO, पूर्व प्रधान अब्बास अली और उनके भाई, जो रोजगार सेवक जलालुद्दीन हैं, की गठजोड़ से यह बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है। वोटर लिस्ट में 130 से अधिक नाबालिगों के नाम भी बढ़ाए गए हैं, जिससे सूची विवादित हो गई है। यह वही दलजीत पुरवा गांव है, जहां 23 दिसंबर को जारी पहली लिस्ट में 290 मकान नंबर में 80 से ज्यादा नाम दर्ज थे। इनमें नेपाल और दूसरे जिलों में रहने वाले लोग भी शामिल थे। लेकिन 23 दिसंबर को नई सूची आने के बाद वे नाम गायब हो गए हैं, जबकि नाबालिगों के नाम को बढ़ाकर BLO ने फिर से विवाद खड़ा कर दिया है।

ग्राम प्रधान का बयान और प्रशासन का खामोशी

ग्राम प्रधान प्रियंका ने बताया कि BLO की लापरवाही और पूर्व ग्राम प्रधान की मिलीभगत के कारण यह सब हुआ है। उन्होंने उपजिलाधिकारी को इस मामले में शिकायत भी दी है, लेकिन सुस्त कार्रवाई के चलते अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। वहीं, मोतीपुर तहसील के नायाब तहसीलदार ब्रह्मदीन यादव ने कहा है कि वोटर लिस्ट में कोई फर्जी नाम नहीं रहेगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि आपत्ति फार्म भरकर सभी फर्जी नामों को हटाया जाएगा, जिससे निष्पक्ष चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो सके।

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