दिल्ली ब्लास्ट पर अमित शाह का बड़ा बयान, कहा- ‘लाल किले के बाहर धमाके में 40 किलो विस्फोटक का हुआ था इस्तेमाल’

Red Fort Blast : गृह मंत्री अमित शाह ने लाल किला के पास हुए विस्फोट को लेकर बड़ा और चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि इस हमले में मामूली नहीं, बल्कि करीब 40 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। इससे साफ होता है कि यह एक बेहद गंभीर और सुनियोजित आतंकी साजिश थी।

गृह मंत्री के अनुसार, इस हमले का मकसद ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना और लोगों में डर फैलाना था। सरकार और सुरक्षा एजेंसियां इस मामले को बहुत गंभीरता से ले रही हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।

इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है। अब तक इस केस में 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार आरोपियों में तीन डॉक्टर भी शामिल हैं, जिनके नाम डॉ. मुज़म्मिल गनाई, डॉ. अदील राथर और डॉ. शाहीन साइद बताए गए हैं। इनके अलावा धार्मिक उपदेशक मौलवी इरफान को भी हिरासत में लिया गया है। जांच एजेंसियों के मुताबिक, यह पूरा मामला जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा उजागर किए गए एक तथाकथित “सफेदपोश” आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा हुआ है, जिसमें पढ़े-लिखे लोग शामिल थे।

एनआईए की शुरुआती जांच में सामने आया है कि उमर-उन-नबी इस हमले का मुख्य साजिशकर्ता था। बताया गया कि 10 नवंबर को वह विस्फोटक से भरी कार लेकर लाल किला इलाके में पहुंचा था। उसी कार में धमाका हुआ, जिसमें वह ड्राइविंग सीट पर बैठा था। यह एक आत्मघाती हमला था, जिसमें कुल 15 लोगों की मौत हो गई थी और 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इस हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था।

जांच में यह भी सामने आया है कि यासिर नाम के आरोपी ने इस साजिश में अहम भूमिका निभाई थी और वह लगातार दूसरे आरोपियों के संपर्क में था। एनआईए ने 9 दिसंबर को डॉ. बिलाल नसीर मल्ला को गिरफ्तार किया और उसे इस पूरे नेटवर्क का मुख्य आरोपी बताया। अब तक कुल नौ गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। अदालत में सुनवाई के दौरान सुरक्षा कारणों से मीडिया को कार्यवाही को कवर करने की अनुमति नहीं दी गई। जांच एजेंसियां अभी भी इस आतंकी साजिश की हर कड़ी को जोड़ने में जुटी हुई हैं।

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