जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, जयपुर ने मलेशिया इमर्शन प्रोग्राम 2025 का सफलतापूर्वक आयोजन


जयपुर, . जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट जयपुर ने यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी पेट्रोनास, मलेशिया के सहयोग से 18 से 24 दिसंबर 2025 तक मलेशिया इमर्शन प्रोग्राम 2025 का सफलतापूर्वक आयोजन किया। यह एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय पहल है, जिसका उद्देश्य भावी वैश्विक नेतृत्वकर्ताओं में मनोवैज्ञानिक इमर्शन और अंतर-सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देना है। आयोजित इस कार्यक्रम में अकादमिक उत्कृष्टता, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और अनुभवात्मक सीख का अनूठा समन्वय देखने को मिला।


“फाउंडेशन ऑफ हैप्पीनेस” (खुशी की नींव) विषय पर आधारित इस इमर्शन प्रोग्राम ने पारंपरिक कक्षा शिक्षण से आगे बढ़ते हुए माइंडफुलनेस, सांस्कृतिक बुद्धिमत्ता और वैश्विक दृष्टिकोण को समाहित किया। कार्यक्रम की शुरुआत योग एवं आर्ट ऑफ लिविंग सत्रों से हुई, जिसने समग्र विकास और भावनात्मक कल्याण की दिशा तय की। प्रतिष्ठित संकाय सदस्यों द्वारा संचालित अकादमिक सत्रों में उपभोक्ता खुशी, माइंडफुलनेस, न्यूरोमार्केटिंग और नेतृत्व मनोविज्ञान जैसे विषयों पर चर्चा की गई, जिससे छात्रों को यह समझने में मदद मिली कि सांस्कृतिक संदर्भ मानव व्यवहार और निर्णय-प्रक्रिया को किस प्रकार प्रभावित करता है।
इस कार्यक्रम का नेतृत्व डॉ. दनेश्वर शर्मा (डायरेक्टर – इंचार्ज ), डॉ. वरुण चोटिया (डीन – एकेडमिक्स), डॉ. अपर्णा मेंदिरत्ता (चेयरपर्सन – इंटरनेशनल रिलेशंस कमेटी), डॉ. ओम कुमारी आर (को-चेयर – इंटरनेशनल रिलेशंस कमेटी) तथा डॉ. नवीन कुमार (सहायक प्राध्यापक – मार्केटिंग) ने किया। सभी ने मिलकर समग्र शिक्षा, अंतर-सांस्कृतिक सीख और वैश्विक नेतृत्व विकास के महत्व पर जोर दिया।
कार्यक्रम की सभी शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का सुचारु संचालन श्री अविनाश कुमार (असिस्टेंट मैनेजर – इंटरनेशनल रिलेशंस कमेटी) के मार्गदर्शन में, IRC जूनियर कोऑर्डिनेटर्स के सहयोग से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।


खुशी विषय पर एक विचारोत्तेजक सत्र का आयोजन डॉ. प्रभात पंकज, प्रसिद्ध हैप्पीनेस गुरु एवं डायरेक्टर ऑफ एकेडमिक्स, जयपुरिया कैंपस द्वारा किया गया, जिसमें कल्याण और आत्म-जागरूकता पर विशेष बल दिया गया।


कार्यक्रम का एक प्रमुख आकर्षण भारतीय और मलेशियाई छात्रों के बीच सहज अंतर-सांस्कृतिक सहभागिता रही। सामूहिक चर्चाओं, प्रस्तुतियों और साझा अनुभवों के माध्यम से छात्रों में सहानुभूति, अनुकूलन क्षमता और पारस्परिक सम्मान का विकास हुआ। इसके अतिरिक्त, जयपुर की विरासत स्थलों की यात्राओं जैसी सांस्कृतिक गतिविधियों ने प्रतिभागियों को भारत की परंपराओं और सामाजिक संरचना को गहराई से समझने का अवसर प्रदान किया।
इस पूरे कार्यक्रम का सुव्यवस्थित संचालन इंटरनेशनल रिलेशंस कमेटी (IRC) द्वारा किया गया, जो जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की वैश्विक एक्सपोज़र और अनुभवात्मक शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह इमर्सिव यात्रा चिंतन सत्रों और भावपूर्ण विदाई के साथ संपन्न हुई, जिसने संस्थान के उस दृष्टिकोण को सुदृढ़ किया, जिसके तहत वैश्विक दृष्टि से सजग, मनोवैज्ञानिक रूप से सशक्त और सांस्कृतिक रूप से संवेदनशील पेशेवरों का निर्माण किया जाता है। जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट निरंतर अपने वैश्विक अकादमिक पारिस्थितिकी तंत्र को सशक्त बना रहा है और स्वयं को परिवर्तनकारी अंतरराष्ट्रीय शिक्षण के केंद्र के रूप में स्थापित कर रहा है।

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