
Indian Army Rules : भारतीय सेना के नियमों में टैटू और लंबे बालों पर प्रतिबंध खासतौर पर अनुशासन, स्वास्थ्य और सुरक्षा के मद्देनजर लगाए गए हैं। इन नियमों के पीछे महत्वपूर्ण कारण और इनमें मिलने वाली छूट के बारे में जानना जरूरी है।
भारतीय सेना टैटू पर प्रतिबंध क्यों लगाती है?
टैटू पर रोक लगाने का मुख्य कारण स्वास्थ्य सुरक्षा है। सेना मानती है कि यदि टैटू बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली सुइयों ठीक से स्टेरलाइज नहीं की जाती, तो इससे सैनिकों को एचआईवी, हेपेटाइटिस और स्किन इन्फेक्शनों जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। विशेषकर ऐसे माहौल में जहां मेडिकल सुविधा सीमित हो, वहां मामूली संक्रमण भी ऑपरेशनल जोखिम बढ़ा सकता है।
इसके अलावा, अनुशासन और एकरूपता भी इस नियम के पीछे है। सेना व्यक्तिगत पहचान के बजाय सामूहिक पहचान पर जोर देती है। बड़े या दिखने वाले टैटू व्यक्तिगत पहचान को उजागर कर सकते हैं, जो सेना की उस नीति के खिलाफ है कि सैनिक एक समूह के रूप में काम करें।
हालांकि, यह नियम पूरी तरह से सख्त नहीं है। कुछ सीमित छूट भी दी जाती है। धार्मिक प्रतीक या नाम के छोटे टैटू, जो कोहनी से कलाई तक के हाथ के पीछे होते हैं, उन्हें बनाने की अनुमति है। साथ ही, आदिवासी समुदाय के उम्मीदवारों को उनके पारंपरिक रीति-रिवाज के अनुसार टैटू बनाने की छूट भी मिल सकती है।
लंबे बाल क्यों नहीं रखने दिए जाते?
लंबे बाल रखने पर प्रतिबंध का बड़ा कारण युद्ध की तैयारियों से जुड़ा है। युद्ध के समय सैनिकों को हेलमेट, गैस मास्क और अन्य सुरक्षात्मक उपकरण पहनने पड़ते हैं, जिनमें सही फिटिंग जरूरी है। लंबे बाल इन उपकरणों की फिटिंग में बाधा बन सकते हैं।
इसके अलावा, युद्ध के दौरान लंबा बाल दुश्मन के लिए हानिकारक भी हो सकता है क्योंकि दुश्मन आसानी से बाल पकड़कर सैनिक पर नियंत्रण कर सकता है। ऐसे में, लंबे बाल सुरक्षा और ऑपरेशनल क्षमता दोनों के लिहाज से जोखिम पैदा कर सकते हैं।
किन्हें मिलती है छूट?
सेना धार्मिक और ऑपरेशनल जरूरतों को मानती है। सिख सैनिकों को अपने धर्म के आधार पर लंबे बाल और दाढ़ी रखने की पूरी आजादी है, जो उनके धर्म के पांच ‘क’ के हिस्से हैं।
इसके अलावा, स्पेशल फोर्सेज के जवानों को भी कभी-कभी लंबे बाल और दाढ़ी रखने की अनुमति दी जाती है। यह विशेष रूप से गुप्त या अंडरकवर मिशनों के दौरान आवश्यक हो सकता है, ताकि वे पहचान छुपा सकें और अपने मिशन को सुरक्षित रूप से अंजाम दे सकें।
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