निखिल बोथरा का ऐतिहासिक कारनामा: देश रत्न सम्मान से नवाजे जाने वाले भारत के पहले मोटरसाइकिल राइडर

नई दिल्ली : 23 दिसंबर 2025 भारतीय मोटरसाइकिलिंग और सामाजिक जागरूकता के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए प्रसिद्ध राइडर और राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक निखिल बोथरा को 23 दिसंबर 2025 को प्रतिष्ठित देश रत्न पुरस्कार प्रदान किया गया। इस सम्मान के साथ वे मोटरसाइकिल अभियान के माध्यम से देश रत्न पाने वाले भारत के पहले राइडर बन गए हैं।

निखिल बोथरा ने इससे पहले भी एक अनोखी उपलब्धि दर्ज कराई थी, जब उन्होंने मोटरसाइकिल पर चलते हुए भारत का प्रतीकात्मक नक्शा तैयार किया। एक ही निरंतर यात्रा में देश की भौगोलिक संरचना को दर्शाते हुए उन्होंने यह संदेश दिया कि भारत केवल नक्शे में नहीं, बल्कि रास्तों और लोगों में बसता है। यह प्रयास “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की भावना का जीवंत उदाहरण बना।

उनकी एकल मोटरसाइकिल यात्रा “मिट्टी से मोक्ष तक – एक भारत, एक सफर” के अंतर्गत उन्होंने 24,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की। इस यात्रा के दौरान उन्होंने राज्य राजधानियों, केंद्र शासित प्रदेशों, चारों धामों और बारह ज्योतिर्लिंगों को जोड़ते हुए भारत की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और भौगोलिक एकता को सड़क मार्ग से प्रस्तुत किया। यह सफर शारीरिक सहनशक्ति के साथ-साथ गहन वैचारिक और सामाजिक उद्देश्य से भी जुड़ा रहा।

देश रत्न पुरस्कार उन व्यक्तित्वों को दिया जाता है, जिन्होंने राष्ट्रहित और सामाजिक चेतना के लिए उल्लेखनीय कार्य किया हो। निखिल की इस यात्रा को विशेष रूप से सड़क सुरक्षा, नशा मुक्ति, पर्यावरण संरक्षण और अनुशासित राइडिंग के प्रति जनजागरूकता फैलाने के लिए सराहा गया। उन्होंने यात्रा के दौरान युवाओं, स्थानीय नागरिकों और राइडिंग समुदाय से संवाद कर जिम्मेदार नागरिक बनने का संदेश दिया।

इस अभियान की एक विशेष पहचान इसकी आध्यात्मिक सोच रही। केदारनाथ, सोमनाथ, काशी विश्वनाथ, रामेश्वरम सहित देश के प्रमुख ज्योतिर्लिंगों और तीर्थ स्थलों के दर्शन करते हुए निखिल ने आत्मिक शुद्धता और आंतरिक अनुशासन पर बल दिया। साथ ही उन्होंने धार्मिक स्थलों पर मर्यादित व्यवहार और परंपरागत पहनावे के महत्व को भी रेखांकित किया।

राजस्थान के चूरू जिले के सरदारशहर से ताल्लुक रखने वाले और वर्तमान में असम में रह रहे निखिल बोथरा इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज उपलब्धियों के साथ-साथ Throttle N Explore नामक बाइकिंग प्लेटफॉर्म के संस्थापक भी हैं। यह मंच देशभर के राइडर्स को सुरक्षित, एकजुट और उद्देश्यपूर्ण यात्रा के लिए प्रेरित करता है। इससे पहले भी वे कई सहनशक्ति रिकॉर्ड और सामाजिक अभियानों में सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं।

सम्मान प्राप्त करने के बाद निखिल बोथरा ने कहा,
“देश रत्न सम्मान मिलना मेरे लिए व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि भारत की आत्मा के प्रति एक जिम्मेदारी है। ‘मिट्टी से मोक्ष तक’ का यह सफर सेवा, साधना और एकता का प्रतीक रहा। यह सम्मान हर उस रास्ते और हर उस व्यक्ति का है जिसने इस यात्रा को संभव बनाया।”

देश रत्न पुरस्कार प्राप्त कर और मोटरसाइकिल यात्रा के जरिए भारत का नक्शा रचकर निखिल बोथरा ने यह सिद्ध कर दिया है कि एडवेंचर केवल रोमांच नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण और सामाजिक परिवर्तन का सशक्त माध्यम भी बन सकता है।

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