
- न्यायालय की सुरक्षा पर गंभीर सवाल, सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस
Sitapur : जिले की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए, आज सीतापुर के सत्र न्यायालय परिसर में उस समय हड़कंप मच गया जब पेशी पर लाया गया एक बंदी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। बिसवां निवासी लवकुश मिश्रा पुत्र रामचंद्र मिश्रा, जिस पर धारा 307 (हत्या का प्रयास) सहित चार गंभीर मामले दर्ज हैं, एक कोर्ट से दूसरी कोर्ट ले जाए जाने के दौरान लॉकअप से भागने में सफल रहा।
यह घटना सत्र न्यायालय परिसर में बने लॉकअप से हुई।
लवकुश मिश्रा 2022 के एक मुकदमे में आरोपित था और जेल से पेशी के लिए न्यायालय लाया गया था। कैदी के फरार होते ही पूरे न्यायालय परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। इस घटना ने जेल से कोर्ट तक कैदियों को लाने-ले जाने की प्रक्रिया और सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी है। फरार कैदी लवकुश मिश्रा के खिलाफ सीतापुर कोतवाली, बिसवां कोतवाली और उन्नाव में भी मामले दर्ज हैं, जो उसकी आपराधिक गंभीरता को दर्शाते हैं। कैदी के फरार होने की खबर मिलते ही सुरक्षा में लगे सिपाहियों से तत्काल पूछताछ शुरू कर दी गई है और फरार कैदी की तलाश में टीमें लगा दी गई हैं।
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए, सीतापुर जेल अधीक्षक सुरेश सिंह ने बताया कि उन्हें इस मामले की सूचना अभी तक लिखित रूप से नहीं मिली है, हालांकि उन्हें मौखिक जानकारी मिली है कि उक्त कैदी फरार हुआ है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि कैदी लंबे समय से जेल में बंद था। उन्होंने यह भी बताया कि कैदियों को ले जाने के लिए पुलिस लाइन से पुलिस बल आता है, जो कैदियों को अपनी कस्टडी में लेकर कोर्ट तक जाता है और फिर वापस जेल तक पहुंचाता है। यानी, कोर्ट परिसर में कैदी की कस्टडी और सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस लाइन से आए बल की थी। सुरक्षा चूक के इस गंभीर मामले ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है।
इस संबंध में जब सिओ सिटी विनायक भोसलें से वार्ता की गई तो उन्होने बताया कि पुलिस लाइन द्वारा लाने वाले पुलिसकर्मी न्यायालय के अंदर एक कोर्ट से दूसरे कोर्ट जा रहे थे इसी दौरान पानी पीने के लिए दोनों रूके तभी कैदी हाथ छुड़ाकर फरार हो गया है। मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है। सीसीटीवी के खंगाले जा रहे है। शीघ्र ही कैदी की गिरफ्तारी होगी।










