
Najibabad, Bijnor : क्षेत्र में प्रतिबंधित चाइनीज मांझे (प्लास्टिक डोरी) का कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। प्रशासन द्वारा बार-बार चेतावनी और छापेमारी के दावों के बावजूद, बाजारों में चोरी-छिपे बिक रहा यह ‘कातिल’ मांझा राहगीरों और बेजुबान पक्षियों के लिए काल बन रहा है। नजीबाबाद और आसपास के इलाकों में पहले भी इस जानलेवा मांझे की चपेट में आने से कई लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं।
प्रशासन की सख्ती और प्रतिबंध के बावजूद, यह ‘कातिल’ मांझा चोरी-छिपे बेचा जा रहा है और राहगीरों तथा बेजुबान पक्षियों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। नजीबाबाद और आसपास के इलाकों में पहले भी इस मांझे की चपेट में आने से कई लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट और एनजीटी के स्पष्ट आदेशों के बाद भी, कुछ संकीर्ण इलाकों और किराना दुकानों से इसकी सप्लाई धड़ल्ले से की जा रही है।
दुकानदार अधिक मुनाफे के लालच में इसे बच्चों और युवाओं को बेच रहे हैं। पिछले कुछ समय में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहाँ बाइक सवार राहगीरों के गले और चेहरे इस मांझे की चपेट में आने से बुरी तरह कट गए। फ्लाईओवर और खुली सड़कों पर बाइक सवारों के गले में । फंसे इस मांझे की वजह से आए दिन पक्षी फंसकर दम तोड़ देते हैं या हमेशा के लिए अपंग हो जाते हैं। विशेषकर पतंगबाजी के सीजन में। चाइनीस मांझे धड़ल्ले से बिकता नजर आता है, बाइक सवारों को संभावित हादसों से बचने के लिए अपने गले में मफलर या हेलमेट के साथ नेक गार्ड का उपयोग करना चाहिए।










