यूपी में बड़ा हादसा: एनडीआरएफ टीम ने यमुना में डूबे लापता दरोगा-सिपाही समेत तीनों शवों को खोज निकाला

  • नाव दुर्घटना में शनिवार की शाम यमुना नदी में नाव पलटने से दरोगा, सिपाही व नाविक हुए लापता
  • किशनपुर थाना क्षेत्र के मडयन घाट में हुई थी दुर्घटना

फतेहपुर । उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में शनिवार शाम हुई एक नाव पलटने की दुर्घटना घटी। इसमें किशनपुर थाने में तैनात उपनिरीक्षक, सिपाही सहित नाविक यमुना नदी में डूब जाने से लापता हो गये थे। रात में गोताखोरों को लगाकर डीएम व एसपी ने तलाश कराई लेकिन सफलता नहीं मिली। रविवार सुबह करीब साढ़े 9 बजे एनडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू कर तीनों शव खोजने में सफलता हासिल की। कल देर रात एनडीआरएफ की टीम प्रयागराज से बुलाई गई थी। जिसके नेतृत्व में रविवार की सुबह 4.00 बजे फिर से तलाशी अभियान शुरू किया गया।

बतातें चले कि, शनिवार शाम किशनपुर थाना क्षेत्र के मड़ैयन घाट पर नाव हादसे में उपनिरीक्षक रामजीत अपने हमराही कांस्टेबल शशिकांत के साथ यमुना नदी में नाव से लॉकडाउन की निगरानी करने निकले थे। तभी वापस आते समय तेज आंधी आने से नाव यमुना नदी में अनियंत्रित होकर पलट गई थी जिससे तीनों लोग लापता हो गये थे। नदी में डूबे लोगों की तलाश के लिए स्थानीय गोताखोरों के अलावा पीएसी के गोताखोर लगाए गए थे। लेकिन देर रात तक चले अभियान के बाद भी सफलता नहीं मिली थी। तब प्रशासन ने पीएसी व प्रयागराज से एनडीआरएफ की टीम को भी मौके पर बुलाया।

आज सुबह एनडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू कर खोज अभियान चलाया। रविवार को करीब साढ़े 9 बजे तीनों शवों को खोज निकाला गया। जिले के अधिकारी बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद है।

नदी में डूबे उपनिरीक्षक रामजीत जौनपुर जिले के मछलीशहर के निवासी हैं जबकि हमराही सिपाही शशिकांत गाजीपुर जिले के खजुहा गांव के निवासी हैं। उपनिरीक्षक रामजीत का तबादला को सात माह पूर्व फतेहपुर जनपद में हुआ था। जिले में आमद कराने के बाद उनकी तैनाती किशनपुर थाने में की गई थी।

पुलिस अधीक्षक प्रशान्त वर्मा ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम ने दरोगा रामजीत, सिपाही शशिकान्त व नाविक रवि के शव को खोज कर बाहर निकाल लिया है। तीनों शवो को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

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