
- विकास खण्ड गौर के ग्राम पंचायत बैदौलिया का है मामला
- बिना कार्य कराये 8,31,680 रूपये का किया गया बंदरबाँट
Basti : विकास खंड गौर के ग्राम पंचायत बैदौलिया में वित्तीय अनियमितता पाए जाने पर जिलाधिकारी कृतिका ज्योत्सना ने प्रधान के अधिकारों पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब ग्राम पंचायत के कार्यों को तीन सदस्यीय समिति को सौंपा जाएगा।
यह अनियमितता गांव के एक व्यक्ति की शिकायत पर जांच के उपरांत सामने आई है, जिसमें प्रधान, सचिव व तकनीकी सहायक मुख्य रूप से दोषी पाए गए हैं। हालांकि जिलाधिकारी ने अंतिम जांच जिला समाज कल्याण अधिकारी को सौंपी है और उनसे शीघ्र रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
जानकारी के अनुसार विकास खंड गौर के ग्राम पंचायत बैदौलिया (भारीनाथ) निवासी दलसिंगार पुत्र राजाराम ने जिलाधिकारी से प्रधान श्रीमती ममता पांडेय पर बिना कार्य कराए लाखों रुपये के भुगतान का आरोप लगाकर जांच कराने की मांग की थी। डीएम ने जांच के लिए जिला लेखा परीक्षा अधिकारी, सहकारी समितियां लेखा परीक्षा बस्ती तथा सहायक अभियंता नलकूप खंड को लगाया था।
जांच में सामने आया कि प्रधान ममता पांडेय ने वर्ष 2023-24 में गांव के कई किसानों के खेतों की मेड़बंदी के नाम पर लाखों रुपये का भुगतान कराया था। जांच में पाया गया कि प्रधान ममता पांडेय, सचिव वीरेंद्र कुमार व तकनीकी सहायक रामलाल द्वारा गलत तरीके से कार्य दिखाकर धन का बंदरबांट किया गया। इसमें 8,31,680 रुपये का गलत तरीके से भुगतान सही पाया गया है।
जांच टीम ने तीनों लोगों को संयुक्त रूप से दोषी मानते हुए अपनी जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी। इसके उपरांत डीएम ने तत्काल प्रभाव से प्रधान के सभी अधिकार सीज कर दिए हैं। अंतिम जांच जिला समाज कल्याण अधिकारी से मांगी गई है। तदनुसार ग्राम पंचायत के कार्यों को तीन सदस्यीय समिति को सौंपा जाएगा।











