
Sitapur : शहर को अतिक्रमण मुक्त और आवागमन सुगम बनाने के लिए प्रशासन और व्यापारियों के बीच आज एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें आपसी सहमति से समाधान निकाल लिया गया। उपजिलाधिकारी धामिनी एम. दास ने यह बैठक बुलाई थी, जिसमें उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन के जिलाध्यक्ष सुशील अग्रवाल, महामंत्री गोपाल दारूका, कैप्टन मनोज चौक पांडे, अध्यक्ष रामबाबू श्रीवास्तव, महेश होटल सहित अन्य व्यापार संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
5 मीटर की दूरी पर सहमति
लंबी चर्चा के बाद प्रशासन और व्यापारियों के बीच यह तय हुआ कि सड़क के दोनों तरफ 5 मीटर की दूरी निर्धारित कर चौराहों को अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा। व्यापारियों के लिए यह बहुत हर्ष का विषय है क्योंकि प्रशासन ने उनकी मांगों को समझा। इस सहमति का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अतिक्रमण हटाने से किसी का बड़ा नुकसान न हो और शहर स्वच्छ, सुंदर दिखे तथा आवागमन सुगम बना रहे।
सरकारी अवरोध भी हटेंगे
जिलाध्यक्ष सुशील अग्रवाल ने बैठक में कुछ अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी चर्चा की, जिसमें पुरानी मुख्य सब्जी मंडी में खुले में यूरिन करने की समस्या, कैप्टन मनोज चौक पांडे से वैदेही वाटिका तक रंबल स्ट्रिप (गति अवरोधक) बनाने का प्रस्ताव और सरकारी अतिक्रमण का मुद्दा शामिल था।
जब सरकारी अतिक्रमण जैसे बिजली के खंभे आदि हटाने के संबंध में पूछा गया, तो एसडीएम ने स्पष्ट किया कि अतिक्रमण हटाने के बाद विद्युत खंभे और अन्य सरकारी अवरोध भी हटाए जाएंगे। यह कार्य विद्युत विभाग और नगरपालिका के साथ मिलकर किया जाएगा, जिससे आवागमन पूरी तरह से सुगम होगा।
एसडीएम ने बताया कि आज दोपहर में ही सीमा रेखा 5 मीटर की दूरी के अंदर निशान लगा दिए जाएंगे, जिससे व्यापारी और अन्य लोग अपना अतिक्रमण स्वयं हटा लें। प्रशासन का उद्देश्य है कि लोगों का नुकसान न हो और उन्हें बलपूर्वक अतिक्रमण न हटाना पड़े।
व्यापारी संगठनों ने प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया कि उन्होंने व्यापारियों की बात को समझा और एक अच्छे तरीके से अतिक्रमण मुक्त शहर बनाने पर सहमति बन गई है। चर्चा के उपरांत जिलाधिकारी और एसडीएम को हार्दिक धन्यवाद दिया गया।










