
जगदलपुर : 12 दिसंबर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 13 दिसंबर को बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में शामिल होने पहुंच रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री के बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में शामिल होने के साथ ही वे बस्तर में नक्सल विराेधी अभियान की समीक्षा भी करेंगे। बस्तर जिले के कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी ने इसकी पुष्टि की है।
केंद्रीय गृहमंत्री शाह के
बस्तर प्रवास को लेकर बस्तर जिला प्रशासन भी अपने स्तर पर तैयारियों में जटा हुआ है। उल्लेखनीय है कि 13 दिसंबर को ही राज्य में विष्णुदेव साय सरकार के दो साल पूरे हो रहे हैं। पिछले वर्ष भी 13 दिसंबर को बस्तर ओलंपिक के समापन हुआ और इस वर्ष भी 13 दिसंबर को बस्तर ओलंपिक का समापन हाेगा। इसी दिन नक्सलवाद के खात्मा करने की समय-सीमा तय की गई थी। अब बस्तर के लिए 13 दिसंबर में कुछ बड़ा हाेने का संयाेग बन रहा है। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष 2024 में भी 13 दिसंबर को बस्तर ओलंपिक के समापन कार्यक्रम के मंच से केंद्रीय गृहमंत्री ने 31 मार्च 2026 तक बस्तर सहित देश से नक्सलवाद का खात्मा
करने की समय-सीमा तय की थी। इसके बाद से बस्तर में
मिशन 2026 के तहत बड़े पैमाने पर नक्सल विराेधी अभियन चलाये गये, जिनमें जवानों को कई बड़ी कामयाबी भी मिली। पिछले दिनों आंध्रप्रदेश के अल्लूरी सीतारामराजू जिले में हुई मुठभेड़ में ढेर हुए दुर्दात नक्सली हिड़मा के बाद बदली हुई परिस्थितियों में बस्तर के हालातों को वे करीब से
आंकलन करेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री के प्रवास के अवधि में नो ड्रोन फ्लाइंग जोन घोषितबस्तर जिले के कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा जारी आदेश के तहत केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री, भारत सरकार अमित शाह का 13 दिसंबर 2025 को बस्तर जिला प्रवास कार्यक्रम निर्धारित है। बस्तर जिला प्रवास दौरान केन्द्रीय गृह मंत्री, की सुरक्षा व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए सम्पूर्ण जगदलपुर शहर को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक के लिए नो ड्रोन फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है।
गौरतलब है कि 13 दिसंबर को ही राज्य में विष्णुदेव साय
सरकार के दो साल पूरे हो रहे हैं । ऐसे में दो सालों के कार्यकाल में राज्य सरकार
के कार्यक्रमों में भी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शामिल हो सकते हैं। ऐसे भी कयास लगाई जा रहे हैं कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का यह दौरा
छत्तीसगढ़ में कई बड़े बदलाव भी लेकर आएगा। इन बदलावों को लेकर अब तक न तो सरकार
की तरफ से और न ही प्रशासन की तरफ से कोई जानकारी दी गई है, लेकिन माना जा रहा है इस बार शाह का दौरा
छत्तीसगढ़ में अप्रत्याशित बदलाव लेकर आ सकता है।।
बस्तर ओलंपिक के संभाग स्तरीय प्रतियाेगिता का शुभारंभ स्थानीय इंदिरा प्रियदर्शिनी स्टेडियम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा विधिवत 11 दिसंबर काे किया गया, दो दिन चलने वाले इस आयोजन में संभागभर के लगभग
साढ़े 3 हजार से अधिक खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।
विजेता खिलाड़ियों को समापन समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह स्वयं पुरस्कृत करेंगे। इसमें नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के युवाओं की सबसे ज्यादा भागीदारी है। पिछले वर्ष 13 दिसंबर के दिन ही बस्तर ओलंपिकके मंच से केंद्रीय गृहमंत्री अमिज शाह ने बस्तर सहित पूरे देश से नक्सलवाद का सफाया करने 31 मार्च 2026 की समय सीमा तय की थी। मंच से उन्होंने पिछले
वर्ष 2024 में कहा था कि 31 मार्च 2026 तक बस्तर सहित पूरे देश से नक्सलवाद का नामोनिशान मिटा दिया
जाएगा। नक्सलवाद का सफाये की तय समय सीमा के तहत पुलिस व सुरक्षाबलाें ने मिशन 2026 के तहत ऑपरेशन चलाए। इसका नतीजा ये निकला कि कई बड़े नक्सली कैडराें को जवानों ने ढेर कर दिया। वहीं बड़ी संख्या में नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। इसके साथ ही नक्सलमुक्त घोषित होने वाले हर गांव को केंद्र से एक करोड़ रुपये विकास के लिए देने की घोषणा भी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने की थी।
सूत्रों के अनुसार प्रशासन ने सर्किट
हाउस को अस्थायी मुख्यमंत्री कार्यालय बनाने में जुटा हुआ है, यहां तमाम व्यवस्थाएं की जा रही हैं। बताया जाता है कि केंद्रीय गृहमंत्री शाह के दौरे के साथ ही मुख्यमंत्री सहित
मंत्रिमंडल के प्रमुख सदस्य भी इसमें शामिल हो सकते हैं। चूंकि मुख्यमंत्री यहां मौजूद रहेंगे और केंद्रीय गृहमंत्री के दौरे के दौरान कई घोषणाएं भी होंगी। इसके चलते अस्थायी मुख्यमंत्री कार्यालय तैयार करते हुए यहीं से सारे कामकाज करने की तैयारी भी की जा रही है। हालांकि इसे प्रशासन ने पूरी तरह
से गोपनीय रखा हुआ है।














