
सोशल डिस्टेंस की पार कर रहे लक्ष्मण रेखा बन सकती है मुसीबत का सबब
प्रशासन की थोड़ी सी नरमी और गुलजार हो गई बाजार !
सरकारी दावों की चूक कही संक्रमित न कर दे लोगो को
अशोक सोनी
जरवल/बहराइच। सरकारी तंत्र ही नही आमजन इस मुगालता मे न रहे कि कोरोना वायरस से होने वाले संक्रमण से हम पूरी तरह महफूज है सरकारी तंत्र की ये थोड़ी नरमी लोगो की नींद भी उड़ा सकती है। बुद्धवार को इसी का परिणाम दिखा कि जरवल व जरवलरोड की बाजार मे लॉक डाउन के दौरान भी लोगो ने सोशल डिस्टेंस की लक्ष्मण रेखा को पार कर अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को सरकार की गाइड लाइन को दरकिनार कर जो नजारा दिखाया शुभ संकेत बिल्कुल नही है।
जानकारों की माने तो बुद्धवार सुबह से ही बाजार में खचाखच भीड़ लग गई। लोगों के चेहरे पर फेस कवर भी नहीं था।सरकार भले ही लॉक डाउन कर कोरोना वायरस पर काबू पाना चाहती हो किंतु जरवल व जरवलरोड में इसका कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है। 8:00 से 1:00 तक दी गई छूट के दौरान बाजारों में सोशल डिस्टेंस का कोई मतलब ही नही दिखा। सब्जी व किराने की दुकानों के लोगों की भीड़ जमा हो जाती है तथा मास्क व सोशल डिस्टेंस इस दौरान नहीं देखी जाती जहां एक ओर पुलिस गाड़ी से माइक लेकर सोशल डिस्टेंस का पालन करने का अनाउंस भी बराबर कर रही है।लेकिन ग्राहकों व दुकानदारों पर इसका कोई असर नही है। बताते चले सुबह 8:00 बजे से 1:00 बजे तक दी गई छूट के दौरान बाजार के बीच से दो पहिया वाहन से निकलना भी मुश्किल हो रहा था। वैसे नगर पंचायत के चेयरमैन प्रतिनिधि इन्तिजार अहम
द उर्फ मिथुन द्वारा लगातार सोशल डिस्टेंस बनाए रखने का व चेहरे पर मास्क लगाने का अनाउंसमेन्ट लगातार किया जा रहा है किंतु इसका भीड़ पर कोई असर पड़ता नहीं दिखाई दे रहा है लोकवाणी केंद्र ,धोबी की दुकान, गाड़ी की धुलाई ,खाद बीज की दुकान है, दालमोट कारखाना, थोक सब्जी विक्रेता, स्थाई सब्जी की दुकाने, किराना के थोक विक्रेता ,पंचर की दुकान ,कृषि यंत्र की दुकान आदि खोलने का ऐलान किया गया है फिर भी लोग भीड़ जुटाने से बाज नही आ रहे हैं।
प्रभारी निरीक्षक जरवलरोड से तत्काल बात करके लॉक डाउन का कड़ाई से पालन कराया जाएगा।
बाबूराम
“उपजिलाधिकारी कैसरगंज”












