अमेरिका में चैटजीपीटी की हत्या-आत्महत्या में कथित भूमिका, ओपनएआई, माइक्रोसॉफ्ट पर मुकदमा

वाशिंगटन। संयुक्त राज्य अमेरिका में कनेक्टिकट की 83 वर्षीय वृद्धा की हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। इस महिला के परिवार ने चैटजीपीटी निर्माता कंपनी ओपनएआई और उसके साझेदार माइक्रोसॉफ्ट के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। परिवार का आरोप है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेस (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) आधारित चैटबॉट ने हत्या आरोपित बेटे के भ्रम को बढ़ाते हुए उसे अपनी मां की हत्या के लिए उकसाया। आरोपित बेटा पूर्व टेक एग्जीक्यूटिव है।

अमेरिकी अखबार द वाशिंगटन पोस्ट और फ्रांस के दोपहरकालीन अखबार ले मोंडे की रिपोर्ट के अनुसार, हत्यारोपित 56 वर्षीय स्टीन-एरिक सोलबर्ग ने मां की हत्या के बाद खुद भी आत्महत्या कर ली। मुकदमे के दस्तावेजों के अनुसार, सोलबर्ग को पहले भी मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी दिक्कतें रही हैं। उसने चैटजीपीटी को बताया था कि उनकी मां के होम ऑफिस में लगा प्रिंटर एक सर्विलांस डिवाइस हो सकता है और इसका इस्तेमाल उन पर जासूसी करने के लिए किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि चैटबॉट ने इस पर सहमति जताई। इस मुकदमे में बेतहाशा आर्थिक मुआवजा और ओपेन एआई को चैटपैट में सुरक्षा उपाय लगाने का आदेश देने की मांग की गई है।

पुलिस ने बताया कि स्टीन-एरिक सोलबर्ग ने अगस्त में कनेक्टिकट के ग्रीनविच में अपने घर पर अपनी मां सुज़ैन एडम्स को बुरी तरह पीटा और गला घोंटकर मार डाला और फिर खुद भी आत्महत्या कर ली थी। एडम्स के परिवार ने गुरुवार को सैन फ्रांसिस्को में कैलिफोर्निया सुपीरियर कोर्ट में यह मुकदमा दायर किया है। मुकदमे में कहा गया है कि ओपेनएआई ने एडम्स के परिवार को चैट्स की पूरी हिस्ट्री देने से मना कर दिया है। ओपेनएआई प्रवक्ता ने कहा, “यह एक अविश्वसनीय रूप से दिल दहला देने वाली स्थिति है। हम विवरण समझने के लिए फाइलिंग की समीक्षा करेंगे।”

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