शिक्षा संस्थानों में वामपंथियों को बिठा कांग्रेस ने युवाओं को भटकायाः अमित शाह

नई दिल्ली। गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में बुधवार को कांग्रेस पर देश के युवा धन को वामपंथी विचारधारा की ओर मोड़ने का आरोप लगाया और कहा कि यह विचार कभी भी देश की प्रकृति और स्वभाव को स्वीकार्य नहीं रहा। वहीं दूसरी ओर उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा को देश की संस्कृति का झंडा बुलंद करने वाला बताते हुए कहा कि किसी कानून में नहीं लिखा कि संगठन के लोग विभिन्न पदों पर नहीं बैठ सकते।

गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में चुनाव सुधारों पर हुई चर्चा का उत्तर देते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के आरोपों का जवाब दिया। राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि देश के शिक्षा संस्थानों के शीर्ष पदों पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के लोगों को बिठाया जा रहा है। अमित शाह ने राहुल गांधी के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री स्वयं आरएसएस से हैं और वे जनादेश से आए हैं, किसी की कृपा से नहीं आए। शाह ने कहा कि वे स्वयं आरएसएस की विचारधारा से हैं। उन्होंने कहा कि 2014 में सरकार में आने के बाद प्रधानमंत्री ने लोकतांत्रिक ढंग से संस्थानों को परिष्कृत करने का काम किया है।

शाह ने कहा कि 1969 में राष्ट्रपति पद पर अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने वांपपंथी दलों से समझौता किया था। इस समझौते के तहत विभिन्न संवैधानिक पदों और शिक्षा संस्थानों में वामपंथी विचारधारा के लोगों को बिठाया गया। इन्होंने देश का विमर्श बदलने का काम किया और युवाधन को भटकाने का काम किया। वामपंथी विचारधारा देश की प्रकृति और स्वभाव को कभी स्वीकार्य नहीं थी, इसलिए वे लुप्त हो गए।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें