
नई दिल्ली। समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बता दें कि राजधानी दिल्ली शहर में सभी होटलों, रेस्टोरेंट, ओपन बार, स्पा सेंटर और ओयो होटलों की जांच के विषय पर गंभीर चर्चा विमर्श की गई, इस दौरान निगम पार्षद राजपाल सिंह ने बैठक में बहुत ही महत्वपूर्ण विषय को उठाते हुए सभी आलाधिकारियों एक प्रकार से घेर लिया, उन्होंने कहा कि निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों रुपये का अवैध निकासी की जा रही है, जो जांच का विषय है, जिस पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है, उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि सभी 12 नगर निगम जोन कार्यालयों में एक भी उपायुक्त निगम विभाग का नहीं है। नगर निगम विभाग के पास जोन उपायुक्त बनाने के लिए अधिकारी उपस्थित नहीं हैं। नगर निगम के उपायुक्त कॉरपोरेशन के डिपार्टमेंट से नहीं लगाया जा रहें है। प्रत्येक उपायुक्तों को दूसरे डिपार्मेंट से लाकर नियुक्त किया जा रहा है। उसकी कोई अकाउंटेबिलिटी नहीं है। विभाग में कोई आए ओर कुछ भी करके चला जाए। दिल्ली शहर की सड़कों को विभाग सैनिटेशन को साफ कराते हैं। उसकी क्या मॉनिटरिंग है कि किसने कितना किया है। शाम को उनका बिल बन जाता हैं। उसके ऊपर एक बहुत बड़ा गिरोह काम कर रहा है। भारत सरकार दिल्ली को कूड़ा मुक्त बनाने की दिशा में लगातार प्रयास कर रहा है, जिसको देखते हुए गृह मंत्री कुछ वर्ष पहले वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का उन्होंने उद्घाटन किया था। कूड़े पहाड़ को हटाने के लिए हम लगे हुए कूड़े की पहाड़ पर बहुत बड़ा पैसा एक पीपी मॉडल पर स्थापित किया गया, लेकिन वह पुणः आज निरंतर बढ़ता जा रहा है। उस पर कभी किसी ने चर्चा नहीं कराई। इससे जिंदगी में भी पहाड़ कभी खत्म नहीं होगा। सरकारी के धन को लूटा जा रहा है, उन्होंने कहा कि इस तरह भ्रष्टाचार को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कमेटी सदस्य राजपाल सिंह ने स्थाई समिति के अध्यक्ष और आयुक्त से अपील की है कि उनके साथ ऐसे स्थानों का दौरा किया जाए, जहां भ्रष्टाचार का खेल-खेला जा रहा है।















