
Imran Khan Declared Trailor : पाकिस्तान की राजनीति में तनावपूर्ण माहौल जारी है, जहां पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पहले से ही कई मामलों में जेल में हैं और उनकी पार्टी पीटीआई को चुनावी मैदान से हटाने के प्रयास जारी हैं। इस बीच, सेना की आलोचना को “रेड लाइन” मानते हुए राजनीतिक माहौल और भी गरमाता जा रहा है।
इमरान खान पर चलेगा ‘देशद्रोह’ का केस
पाकिस्तान में “देशद्रोह” शब्द का प्रयोग अक्सर काफी गंभीरता से होता है, और इस बार यह शब्द फिर से राजनीतिक विमर्श में छाया हुआ है। राणा सनाउल्लाह, जो वजीर ए आजम शहबाज शरीफ के सलाहकार हैं, ने खुलकर कहा है कि इमरान खान के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चल सकता है। उन्होंने कहा कि इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के डायरेक्टर जनरल की हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी गई स्पष्ट चेतावनी “साफ थी,” और नेताओं को इन बातों को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
सनाउल्लाह ने कहा कि इमरान खान के हालिया बयानों से पता चलता है कि “हालात बहुत गंभीर हो गए हैं,” और यह संकेत भी दिया कि “इमरान खान के खिलाफ देशद्रोह का केस चलाने का रास्ता अभी बंद नहीं हुआ है।” यह बयान पाकिस्तान की सत्ता, सैन्य प्रतिष्ठान और न्यायिक तंत्र के बीच चल रहे गहरे विवाद और तनाव को दर्शाता है।
यह चेतावनी एक पुराने खेल का हिस्सा प्रतीत होती है, जो पाकिस्तान की राजनीति में सत्ता परिवर्तन के समय अक्सर देखा जाता है। पूर्व प्रधानमंत्रियों को “देश-विरोधी” कहकर घेरने का यह पैटर्न दशकों से चलता आ रहा है, और इस बार भी इसकी गूंज सुनाई दे रही है। यह स्थिति उस समय और गंभीर हो जाती है जब इमरान खान पहले ही कई मामलों में जेल में हैं और उनकी पार्टी पीटीआई को चुनावी अभियान से दूर किया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, सेना के भीतर भी एक धड़ा इमरान खान के सार्वजनिक आरोपों को “दुष्प्रचार” का अभियान मान रहा है, खासकर “साइफर” मामले के बाद लगाए गए आरोपों को लेकर। सवाल यह भी उठता है कि क्या यह चेतावनी महज राजनीतिक संकेत है या इसके पीछे खुफिया रिपोर्टें और संस्थागत दबाव भी शामिल हैं।
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