
नई दिल्ली : शीतकालीन सत्र के दौरान सोमवार को लोकसभा में वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में विशेष चर्चा आयोजित की गई। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणा रहे इस गीत के साथ आज़ादी के बाद अन्याय किया गया।
उन्होंने कहा कि “वंदे मातरम् केवल एक शब्द नहीं, बल्कि उस भावना का प्रतीक है जिसने देश को ब्रिटिश शासन के खिलाफ खड़े होने की शक्ति दी। यह गीत हमारे अतीत, वर्तमान और भविष्य की पहचान है।”
राजनाथ सिंह ने 1906 में फहराए गए पहले राष्ट्रीय ध्वज में वंदे मातरम् लिखे होने का उल्लेख करते हुए बताया कि यह गीत न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी स्वतंत्रता सेनानियों की आवाज़ बना। उनके अनुसार वंदे मातरम् ने पूरे देश को जोड़ने का काम किया — बंगाल से लेकर पश्चिम के राज्यों तक।
कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के बाद वंदे मातरम् को हाशिये पर धकेल दिया गया और उसका महत्व कम करने की कोशिश हुई। “यह गीत स्वयं में पूर्ण है, लेकिन इसे अपूर्ण बनाने का प्रयास हुआ। अब समय है इसे उसकी खोई प्रतिष्ठा लौटाने का।”
रक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वंदे मातरम् को उसका उचित सम्मान दिलाने और 150 वर्ष पूरे होने का उत्सव पूरे गौरव के साथ मनाया जाएगा।















