
Lakhimpur Kheri : ब्लॉक कुंभी गोला की श्याम नगर कॉलोनी (गोला देहात) स्थित देवी स्थान के सामने का मुख्य मार्ग आज भी बुनियादी विकास से वंचित है। यह सड़क क्षेत्र की आबादी, धार्मिक महत्त्व, रोजमर्रा के आवागमन और निकटस्थ कॉलोनियों की कनेक्टिविटी के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण है, लेकिन वर्षों बीत जाने के बावजूद सड़क का निर्माण नहीं हो सका। इंटरलॉक रोड तो दूर, खड़ंजा तक नहीं डाला गया है, जबकि इस मार्ग से रोजाना बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों, महिलाओं, दुपहिया-चारपहिया वाहनों, मजदूरों और ट्रैक्टर-ट्रॉली जैसे भारी वाहनों की आवाजाही होती है। बरसात में यही रास्ता दलदल में बदल जाता है और कई बार बच्चे व वाहन फिसलकर गिर भी चुके हैं, लेकिन सड़क की दुर्दशा सुधारने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया।
ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों, खासकर गोला विधायक अमन गिरी ने इस सड़क को लगातार नजरअंदाज किया है। पास की अन्य सड़कों का निर्माण विधायक निधि से कराया गया, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से देवी स्थान के सामने की सड़क को योजना से बाहर रखा गया। ग्रामीणों के अनुसार विधायक को कई बार लिखित प्रार्थना पत्र देकर सड़क निर्माण की मांग की गई, मगर हर बार केवल आश्वासन मिला और काम कभी शुरू नहीं हुआ।
समस्या को गंभीर होते देख ग्रामीणों ने सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद क्षेत्रीय कर्मचारी मौके पर पहुंचे और जल्द सड़क बनवाने का आश्वासन दिया। इतना ही नहीं, ग्रामीणों से लिखित सहमति पत्र पर हस्ताक्षर भी करवा लिए गए, लेकिन इसके बाद न तो कोई माप हुआ, न निरीक्षण और न निर्माण। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसा प्रतीत होता है कि सिर्फ पोर्टल पर निस्तारण दिखाने के लिए कार्रवाई की गई ताकि रिपोर्ट पूरी हो जाए, जबकि धरातल पर काम कराने की नीयत बिल्कुल नहीं थी। इससे लोगों में और ज्यादा नाराजगी बढ़ गई।
इसी बीच करीब छह माह पहले पास की सड़क का निर्माण करवा रहे भोली गिरी ने भी ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि अगले चरण में देवी स्थान के सामने की सड़क पर कार्य शुरू होगा। हालांकि सड़क की नपाई भी हुई, लेकिन निर्माण फिर ठंडे बस्ते में चला गया।
ग्रामवासी बताते हैं कि बारिश में पैदल चलना भी खतरे से खाली नहीं होता और कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। इसके बावजूद सड़क निर्माण की ओर गंभीरता से ध्यान न देना जनता की पीड़ा के प्रति संवेदनहीनता दर्शाता है। ग्रामीणों ने मांग की है कि अब सड़क निर्माण के लिए केवल आश्वासन नहीं, बल्कि काम शुरू होने की निश्चित तारीख चाहिए।










