
Prayagraj : भारतीय किसान यूनियन आज़ाद (हिन्द) के नेतृत्व में शनिवार को निकली जन आक्रोश रैली ने शंकरगढ़ से बारा तक क्षेत्र की उपेक्षित समस्याओं को जोरदार तरीके से उठाया। यूनियन के प्रदेश संगठन मंत्री राकेश त्रिपाठी के नेतृत्व में सैकड़ों बाइकें नारेबाजी के साथ बारा तहसील पहुंचीं। यहां तहसीलदार रोशनी सोलंकी को ज्ञापन सौंपकर त्वरित कार्रवाई की मांग की गई।
रैली में बहेड़िया और घुमंतु समाज के लिए जनजाति का दर्जा और दोनों समाजों को आवासीय पट्टा उपलब्ध कराने की मांग सबसे प्रमुख रही। इसके साथ ही शंकरगढ़ नगर पंचायत में स्थित राज्यपाल की सरकारी भूमि पर बस स्टैंड निर्माण को क्षेत्र की बड़ी जरूरत बताते हुए इसे तुरंत प्राथमिकता में शामिल करने की बात कही गई।
यूनियन ने पीपीजीसीएल बारा पावर प्लांट पर भी गंभीर आरोप लगाए। कहा कि प्लांट से लगातार निकलने वाला धुआं और राख पर्यावरण को दूषित कर रहा है, जिससे ग्रामीण बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। इसके अलावा प्लांट के सीएसआर फंड के गोलमाल की जांच कर राशि को क्षेत्रीय विकास में लगाने की मांग भी जोरदार ढंग से उठाई गई।
किसानों ने धान क्रय केंद्रों पर प्राथमिकता के आधार पर तौल, शंकरगढ़-बारा क्षेत्र में अवैध खनन पर सख्त रोक, तथा एनएच 30 और एनएच 35 पर खराब स्ट्रीट लाइटों की तत्काल मरम्मत की मांग भी ज्ञापन में शामिल की।
राकेश त्रिपाठी ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि सरकार और प्रशासन ने इन मुद्दों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया, तो यूनियन बड़ा और व्यापक आंदोलन खड़ा करेगी।











