
शेरकोट, बिजनौर। क्षेत्र में अवैध रूप से काटी जा रही प्रतिबंधित खैर की लकड़ी के परिवहन पर पुलिस की सतर्कता एक बार फिर रंग लाई है। बीती देर शाम पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर हरेवली चौराहे के समीप खाली पड़ी भूमि से खैर की लकड़ी से लदी एक पिकअप गाड़ी को बरामद किया। मौके से चालक और वाहन स्वामी फरार हो गए।
सूचना मिलते ही एसआई ललित कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, जहाँ उन्हें पिकअप (फर्जी नंबर प्लेट सहित) खड़ी मिली। वाहन की तलाशी लेने पर उसमें खैर की कुल 59 गिल्टें भरी मिलीं, जिनकी अनुमानित कीमत एक लाख रुपये से अधिक बताई जा रही है। पुलिस जांच में सामने आया कि गाड़ी पर लगी नंबर प्लेट फर्जी है और ट्रेस करने पर चैसिस व इंजन नंबर पंजाब की एक इनोवा कार से संबंधित पाए गए।
मौके पर डिप्टी वन रेंजर हरदेव सिंह अपनी टीम के साथ पहुँचे और लकड़ी की किस्म व मात्रा का परीक्षण किया। वन विभाग ने स्पष्ट किया कि खैर की लकड़ी प्रतिबंधित श्रेणी में आती है और इसका अवैध परिवहन दंडनीय अपराध है।
थानाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस लगातार जंगलों से अवैध रूप से हो रही कटान और लकड़ी परिवहन पर निगरानी रखे हुए है। इस मामले में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। फरार चालक और वाहन मालिक की तलाश तेज कर दी गई है और पुलिस को जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद है।
पुलिस का कहना है कि क्षेत्र में खैर की अवैध कटान नेटवर्क को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है तथा ऐसे मामलों में शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाई जा रही है।
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