
कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग अंतर्गत मंझरा बीट के जंगल में मवेशी चराने गए वृद्ध को बाघ ने बनाया निवाला ।
20 घंटे बाद क्षतविक्षत शव जंगल से हुआ बरामद ।
ज़ैद खान
मोतीपुर/बहराइच l कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग का है जहां पर बहराइच व लखीमपुर खीरी की सीमा पर बसे खीरी जिला अंतर्गत ग्राम पंचायत मंझरा पूरब के मजरा दुमेड़ा गांव निवासी वृद्ध बहोरीलाल 65 पुत्र सरजू प्रसाद शनिवार की सुबह गांव के निकट कतर्नियाघाट के जंगल में मवेशी चराने गया था ।
देर शाम तक घर न लौटने पर परिवारीजनों ने ग्रामीणों की सहायता से जंगल में खोजबीन शुरू की । वृद्ध का कुछ भी पता नही लग सका तो रात बढ़ता देख लोग अपने घर वापस लौट गए । परिजनों व ग्रामीणों ने सूचना वन विभाग को दी जिसपर भोर होते ही वृद्ध की तलाश पुनः शुरू की गई इस दौरान सुबह 6 बजे करीब 20 घंटे बाद वृद्ध का शव मंझरा रेलवे स्टेशन के पश्चिमी रेलवे क्रॉसिंग के निकट रेल के पिलर संख्या 173 के निकट रेलवे लाइन के किनारे जंगल से बरामद किया गया । वन क्षेत्राधिकारी पियूस मोहन श्रीवास्तव के नेतृत्व में वन दरोगा लवलेश श्रीवास्तव , वनरक्षक मोहरनाथ मिश्रा समेत वन विभाग की पूरी टीम मौके पर पहुच गई । वन कर्मियों ने घटना की पुष्टि कर लोगों को सजक रहने की सलाह दी । सूचना पर पहुचे कोतवाली तिकुनिया के प्रभारी निरीक्षक हनुमान प्रसाद ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया । आपको बतादें की मृतक के परिवार में उसके पांच बच्चे हैं जिनमें एक बेटे रामलखन 35 व दो बेटी रीनू 32 , चुन्नी 27 की शादी हो चुकी है जबकि दो बेटे श्रीप्रकाश 22 व संजय 15
की जिम्मेदारी मृतक के कंधो पर थी । वहीं इस घटना से परिवारीजनों में कोहराम मचा हुआ है ।















