बदौसा में अवैध बालू खनन का मामला उजागर, सरकारी राजस्व को लाखों की क्षति

बांदा। दिसंबर माह की शुरुआत होते होते जिले में करीब दर्जनभर से अधिक बालू खदानें गुलजार हो गईं हैं। बालू का कारोबार करने वाले नियमों काे ताक पर रखकर खुलेआम मनमानी पर उतारू हैं और सरकारी राजस्व को लाखों की चपत लगाकर अपना खजाना भरने का काम कर रहे हैं। ऐसे ही बदौसा क्षेत्र में संचालित भदावल बालू खदान के कर्ताधर्ता त्रिपाठी कांस्ट्रक्शन की मनमानी की गूंज मुख्यालय तक सुनाई देने लगी है। संचालक अपने रसूख की दम पर बालू खदान के लिए निर्धारित पट्‌टा क्षेत्र से बाहर पड़ोसी जनपद चित्रकूट की सीमा में उतरकर धड़ल्ले से अवैध खनन किया जा रहा है। मामले का खुलासा तब हुआ जब पहड़िया बजुर्ग सानी गांव के ग्राम प्रधान ने मंडलायुक्त से मुलाकात कर अवैध खनन की शिकायत दर्ज कराई। हालांकि आयुक्त ने मामले की जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है, लेकिन खनिज विभाग के अधिकारी इस आेर से अपनी आंखें मूंदे हैं।


पड़ोसी जनपद चित्रकूट की पहड़िया बुजुर्ग सानी ग्राम पंचायत के प्रधान भगवानदीन ने गुरुवार को मंडलायुक्त से मुलाकात की और बताया कि बांदा-चित्रकूट की सीमा से बहने वाली बागेन नदी में भदावल बालू खदान गाटा संख्या 1169, 1858/3, 1133/4, 1161/3 और 1949 में स्वीकृत की गई है। लेकिन खदान संचालक त्रिपाठी कांस्ट्रक्शन के शिवचंद्र त्रिपाठी अपने रसूख की दम पर नदी के दूसरे छोर पर पड़ने वाले पहड़िया बुजुर्ग सानी के गाटा संख्या 1133 के खंड संख्या 1133/3, 1133/2, और 1133/1 में धड़ल्ले से अवैध खनन कराया जा रहा है। इतना ही नहीं िसंचाई के लिए स्थित पंप कैनाल के आसपास भी बालू माफिया की भारी भरकम मशीनें गरज रहीं हैं और पंप कैनाल को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। बताया है कि नदी की जलधारा में प्रतिबंधित मशीनों के जरिए धड़ल्ले से बालू निकाली जा रही है। जिससे जहां सरकारी राजस्व को लाखों की क्षति पहुंच रही है, वहीं जिले की सीमा को भी तोड़ा जा रहा है। ग्राम प्रधान का कहना है कि बालू कारोबारी का विरोध करने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी जाती है और ग्रामीणों को भी फर्जी मुकदमों में फंसाने को धमकाया जाता है। उन्होंने आयुक्त को शिकायती पत्र देकर अवैध पर अंकुश लगाने और जान माल की सुरक्षा करने की गुहार लगाई है। कहा है कि अपनी रसूख की दम पर मदमस्त बालू कारोबारी उनके ऊपर हमला करा सकता है और उन्हें नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर सकता है।
मवई बुजुर्ग में फर्राटा भर ओवरलोड ट्रैक्टर


शहर कोतवाली क्षेत्र के मवई बुजुर्ग गांव में इन दिनों चाेरी की बालू लादकर फर्राटा भरने वाले ट्रैक्टर ग्रामीणों की जान पर आफत बने हुए हैं। ग्रामीणों की रात की नींद हराम है और किसी बड़ी दुर्घटना की आशंका को लेकर गांववाले भयभीत रहते हैं। सूत्रों की मानें तो बालू चोर पुलिस की मिलीभगत से रातभर ट्रैक्टरों के जरिए बालू का अवैध परिवहन करते हैं। इसके एवज में पुलिस व खनिज विभाग को उनका हिस्सा पहंुचा दिया जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि बालू भरे ओवरलोड ट्रैक्टरों की धमाचौकड़ी से पेयजल की पाइप लाइन समेत सीसी रोड भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। कई बार ग्रामीणों ने जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से बालू चाेरों के हौसले और अधिक बुलंद हो रहे हैं। ट्रैक्टरों की धमाचौकड़ी का विरोध करने पर बालू चोर ग्रामीणों को धमकाने से भी बाज नहीं आते। ग्रामीणों ने बालू चोरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग बुलंद की है।

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