
- डॉ. ओमकार हरी माली ने मराठी उद्यमियों के लिए किया ‘ट्रेन द एक्सिमप्रेन्योर’ के 10वें संस्करण का भव्य आयोजन
- भारत के सबसे बड़े इंपोर्ट-एक्सपोर्ट इवेंट में 2,000 से अधिक मराठी प्रतिभागियों ने लिया प्रशिक्षण
मुंबई : नेस्को मुंबई आज ऐतिहासिक बदलाव का गवाह बना, जहाँ महाराष्ट्र के प्रमुख बिज़नेस मेंटॉर और उद्यमी महाराष्ट्र के फाउंडर डॉ. ओमकार हरी माली ने मराठी समुदाय के लिए ‘ट्रेन द एक्सिमप्रेन्योर’ का 10वाँ संस्करण आयोजित किया। इस कार्यक्रम में 2,000 से ज्यादा मराठी प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिससे यह मराठी उद्यमियों के लिए अब तक का भारत का सबसे बड़ा इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट लर्निंग इवेंट बन गया।
छत्रपति शिवाजी महाराज की लोगों को आगे बढ़ाने और मजबूत बनाने वाली सीखों से प्रेरित होकर, डॉ. ओमकार ने मराठी बोलने वाले उभरते उद्यमियों के लिए 3 दिनों का ऐसा अनुभव दिया, जिसमें ग्लोबल ट्रेड की समझ, वास्तविक बिज़नेस सीख, सोच में बदलाव और आध्यात्मिक संतुलन, सबका अनोखा मेल शामिल था। यह पूरा कार्यक्रम खास तौर पर मराठी बोलने वाले उद्यमी बनने के इच्छुक युवाओं और पेशेवरों के लिए था।

कार्यक्रम तीन भागों में विभाजित था: फाउंडेशन डे → डिस्कवरी → ट्रांसफॉर्मेशन
पहला दिन- फाउंडेशन डे: द अल्टिमेट एक्सिम ब्लूप्रिंट
पहले दिन मराठी प्रतिभागियों को इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट की बारीकियाँ समझाई गईं। डॉ. ओमकार ने उन्हें प्रोडक्ट पैकेजिंग, मार्किंग, लेबलिंग से लेकर सही ग्लोबल मार्केट चुनने की पूरी प्रक्रिया आसान भाषा में समझाई। किस देश की संस्कृति कैसी है, बाजार का आकार क्या है, प्रतिस्पर्धा कितनी है, वहाँ के नियम और लॉजिस्टिक्स कैसे काम करते हैं, सब कुछ विस्तार से बताया। उन्होंने मार्केट रिसर्च के फ्रेमवर्क्स के बारे में जानकारी भी दी और एआई टूल्स के लाइव डेमो दिखाए, जिनसे एचएस कोड की सर्चिंग, कॉम्पिटिटर एनालिसिस, प्राइसिंग इनसाइट्स एवं खरीदार पहचानना और आसान हो जाता है, खास तौर पर पहली बार बिज़नेस में उतर रहे मराठी उद्यमियों के लिए।
प्रतिभागियों को एक्सपोर्ट प्राइस कैल्क्युलेशन, सप्लायर वेरिफिकेशन मेथड्स, बिज़नेस रजिस्ट्रेशन और ड्रॉप-शिपिंग जैसी गतिविधियाँ भी सीखने मिलीं, साथ ही अलग-अलग प्रोडक्ट कैटेगरी में कितने निवेश की जरूरत होती है, इसकी भी स्पष्ट समझ मिली। मंच पर 110 मराठी अचीवर्स का सम्मान इस दिन आकर्षण का केंद्र था, जिन्होंने डॉ. ओमकार के मार्गदर्शन में मिलकर 103 करोड़ रुपए का बिज़नेस किया है।
दूसरा दिन- डिस्कवरी डे
दूसरे दिन फोकस इस बात पर था कि मराठी प्रतिभागी ग्लोबल बायर्स को गहराई से समझ सकें कि वे कैसे सोचते हैं, क्या पसंद करते हैं और खरीद के फैसले किन बातों पर लेते हैं। डॉ. ओमकार ने बायर साइकोलॉजी, उनकी ट्रैकिंग, सही कम्युनिकेशन और इंटरनेशनल मार्केट में अपने प्रोडक्ट को प्रभावी तरीके से कैसे पेश किया जाए, यह सब बड़े सरल ढंग से समझाया। एक जीएसटी और लॉजिस्टिक्स विशेषज्ञ ने भी जटिल कंप्लायंस, जरूरी डॉक्यूमेंटेशन और माल परिवहन को सहज ढंग से समझाया, ताकि पहली बार एक्सपोर्ट करने वाले मराठी प्रतिभागियों को पूरी प्रक्रिया की जानकारी हो सके।
इस दिन का आकर्षण मनी-बर्निंग रिचुअल रहा, जिसमें प्रतिभागियों ने प्रतीकात्मक तरीके से धन से जुड़ा डर, पुराना वित्तीय तनाव और वह शंका, जो आगे नहीं बढ़ने देती, उन्हें छोड़ने का अभ्यास किया। डॉ. ओमकार का संदेश सबके दिल को छू गया:
“समृद्धि पाना है, तो पहले उन रुकावटों को जलाना होगा, जो आपको बढ़ने से रोकती हैं।”
कई लोगों ने तुरंत सकारात्मक बदलाव भी साझा किए। एक प्रतिभागी ने कहा,
“मेरा लैंड ब्लॉक हो गया था और आज शाम को पता चला कि विवाद सुलझ गया है।”
तीसरा दिन- ट्रांसफॉर्मेशन डे
तीसरे दिन स्ट्रैटेजी, हौंसला और लोगों के अंदर आया बदलाव, इन सबने माहौल को और भी खास बना दिया। डॉ. ओमकार ने कई मराठी अचीवर्स को स्टेज पर बुलाया, जहाँ उन्होंने संघर्ष, रुकावटों, आगे बढ़ने के मौकों और सफलता की अपनी वास्तविक कहानियाँ साझा कीं। इससे लोगों को अपनी ही कम्युनिटी से जुड़ी ऐसी मिसालें मिलीं, जो दिल को तुरंत छू जाती हैं।
डॉ. ओमकार ने सबको याद दिलाया कि मराठी उद्यमियों के लिए वे हमेशा व्यक्तोगत रूप से मौजूद रहते हैं, कॉल उठाने से लेकर फैसला लेने के लिए मार्गदर्शन देने तक, वे हर कदम पर उनके साथ खड़े हैं। इसके बाद प्रतिभागियों को एक पूरा एक्सिम बिज़नेस रोडमैप दिया गया, जिसमें शुरुआत से लेकर बिज़नेस को स्थिर करने, ऑटोमेशन, ग्रोथ और वैश्विक स्तर तक ले जाने का मार्ग स्पष्ट किया गया।
उन्होंने आसान तरीके से सोचने, अपना विश्वास मजबूत करने और बड़ी सोच के साथ आगे बढ़ने की बात समझाई, ताकि मराठी प्रतिभागियों को ऐसा विज़न मिले कि वे वैश्विक उद्यमी की तरह विचार करते हुए भी अपनी महाराष्ट्रियन जड़ों से जुड़े रहें।
कार्यक्रम का समापन पूरे हॉल में “जय जय महाराष्ट्र” की गूँजती हुई आवाज़ से हुआ।
इसके बाद डॉ. ओमकार ने बेहद असरदार संदेश दिया:
“हर एक मराठी मानुस उद्यमी बनला पहिजे। यह मेरा मिशन नहीं है, यह हमारा मिशन है।”
ABOUT DR. OMKAAR HARI MAALI
A doctorate holder in International Business and an MBA graduate from IHMES International Business School, London, Dr. Omkaar has built a strong global business presence across Dubai, Bangladesh, Uzbekistan, Kazakhstan and Ukraine. Through Udyami Maharashtra, he has trained over ten thousand Marathi youth, offering year-round mentorship, business guidance and community support carrying forward the Shivaji Maharaj ethos of self-reliance, pride and empowerment for the Marathi entrepreneurial community.















