
Marhara, Etah : नगला परसी में कुछ दिन पहले एक आवारा सांड के हमले में एक व्यक्ति की दर्दनाक मौत ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी। गांव से लेकर कस्बे तक दहशत का माहौल बन गया था। लगातार बढ़ रही आवारा पशुओं की समस्या और जनता की नाराज़गी को देखते हुए अब प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो गया है। इसी क्रम में नगर पालिका परिषद मारहरा और पशुपालन विभाग ने संयुक्त रूप से बड़ा अभियान शुरू कर दिया है।
एक सप्ताह में 10 सांड पकड़े गए, भेजे गए लल्लूखेड़ा गौशाला
सूत्रों के अनुसार, पिछले एक सप्ताह से चल रहे इस विशेष ‘गोवंश संरक्षण अभियान’ के तहत संयुक्त टीम ने करीब 10 आवारा सांडों को पकड़कर लल्लूखेड़ा स्थित गौशाला में सुरक्षित भेजा है।
यह कार्रवाई मुख्य बाजार, मोहल्लों, चौराहों और बाहरी इलाकों में लगातार जारी रही, ताकि सड़क पर चलने वाले लोगों को राहत मिल सके।
ग्रामीणों का कहना है कि बीते कुछ महीनों से आवारा सांडों का आतंक बढ़ गया था। बाजार में खरीदारी करने, खेतों तक जाने, यहां तक कि घर के बाहर निकलने में भी लोग डर महसूस कर रहे थे। नगला परसी की घटना ने लोगों में भारी रोष पैदा कर दिया था।
जनता ने जताया आभार अब चैन की सांस ले पा रहे हैं
अभियान के बाद लोगों में राहत दिखाई दी। दुकानदारों से लेकर राहगीरों तक सभी ने नगर पालिका अध्यक्ष, अधिशासी अधिकारी और पशुपालन विभाग की टीम की सराहना की।
एक ग्रामीण ने बताया
नगला परसी की घटना के बाद हम सभी डरे हुए थे। अब सांड पकड़े जाने से सड़कें सुरक्षित लगने लगी हैं। यह अभियान नियमित रूप से चलना चाहिए।
अधिकारियों की सक्रिय भूमिका टीम मैदान में पूरी तत्परता के साथ
अभियान मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी राम ब्रिज सिंह के निर्देशन में चलाया जा रहा है, जबकि मिरहची के पशु चिकित्सा अधिकारी अमित किशोर ने मौके पर मौजूद रहकर टीम का मार्गदर्शन किया।
नगर पालिका परिषद मारहरा की ओर से प्रधान लिपिक चंद्रपाल सिंह वर्मा ने ढांचागत सहयोग उपलब्ध कराया।
नगर पालिका अध्यक्ष शशि प्रभा ने भी स्पष्ट निर्देश दिए कि कस्बे में किसी भी नागरिक की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा और हर आवारा गौवंश को चिन्हित कर सुरक्षित गौशाला भेजा जाएगा।
अधिकारियों ने बताया
उद्देश्य यह है कि किसी भी नागरिक के साथ ऐसी दर्दनाक घटना दोबारा न हो। जहां भी शिकायत मिल रही है, वहां तुरंत टीम भेजी जा रही है।










