Etah : लेखपाल का घूस कांड वायरल, चारपाई वाली क्लिप से हिला प्रशासनिक सिस्टम

Aliganj, Etah : जनपद एटा की तहसील अलीगंज में भ्रष्टाचार अब खुलेआम लूट-खसोट का रूप ले चुका है। जिम्मेदार कुर्सियों पर बैठे कर्मचारियों ने सिस्टम को निजी कमाई का जरिया बना लिया है। ताजा मामला जैथरा ब्लॉक के लेखपाल रोहित चौधरी का है, जो रिश्वत की मांग करते हुए कैमरे में कैद हो गए। वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और पूरे तहसील प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।

जमीन में वारसन दर्ज कराने के लिए 11,500 की घूस!
चारपाई पर लेटा लेखपाल, पीड़ित गिड़गिड़ाता रहा

पीड़ित देव कुमार, जिन्हें अपनी ननिहाल में जमीन मिली है, वारसन के रूप में अपना नाम दर्ज करवाने के लिए अलीगंज तहसील का चक्कर लगा रहे थे। लेकिन यहाँ उनका सामना सिस्टम से नहीं, बल्कि रिश्वतखोरी की दीवार से हुआ।

आरोप है कि लेखपाल रोहित चौधरी ने जैथरा के वंदना जन सेवा केंद्र पर मौजूद क्यूआर कोड से ₹11,500 की वसूली कराई।
वसूली का तरीका भी ऐसा मानो कोई सरकारी कार्य नहीं, बल्कि निजी सौदा हो रहा हो।

वीडियो में स्पष्ट दिखाई देता है कि लेखपाल चौधरी चारपाई पर आराम करते हुए कहते हैं

“इसमें RI साहब भी हिस्सा लेंगे…”

पीड़ित देव कुमार हाथ जोड़कर विनती करता रहा, मगर लेखपाल साहब को ज़रा भी रहम नहीं आया।

जन सेवा केंद्र बना रिश्वत का अड्डा!
लेखपालों की दलाली का टोल प्लाज़ा बन चुका वंदना जन सेवा केंद्र

स्थानीय लोगों का कहना है कि जैथरा का वंदना जन सेवा केंद्र लेखपालों की दलाली का मजबूत ठिकाना बन चुका है।
सरकारी कामकाज के नाम पर यहाँ QR कोड के माध्यम से घूस की वसूली खुलेआम की जाती है।

वसूली का वीडियो सामने आने के बाद क्षेत्र के गरीबों और किसानों में भारी आक्रोश है।

क्या कार्रवाई होगी या हमेशा की तरह फाइलों में दफन हो जाएगा मामला?

सबसे बड़ा सवाल यह है
क्या भ्रष्टाचार की इस खुली छूट पर प्रशासन कार्रवाई करेगा?
या फिर यह मामला भी फाइलों में धूल फांकता हुआ किसी टेबल के नीचे दबा दिया जाएगा?

जब तहसील के कर्मचारी ही गरीबों का हक लूटने लगें, तो न्याय की उम्मीद किससे की जाए?
अलीगंज तहसील में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है और यह मामला प्रशासन की कार्यशैली पर सीधा प्रश्नचिह्न लगाता है।

जब उपजिलाधिकारी अलीगंज जगमोहन गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है। वीडियो की जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

अगर इसी तरह तहसीलों में खुली रिश्वत वसूली चलती रही, तो आम जनता का अधिकार, कानून और न्याय सब कुछ मज़ाक बनकर रह जाएगा।

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