MP विधानसभा में शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विपक्ष ने किसानों और बच्चों के मुद्दों पर सरकार को घेरा

भोपाल : मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन का माहौल काफी गर्म और संघर्षपूर्ण रहा। विपक्ष ने किसानों, बच्चों में बढ़ते स्मार्टफोन-इंटरनेट एडिक्शन और आदिवासी भूमि अधिग्रहण जैसे संवेदनशील मुद्दों पर सरकार को घेरा। कांग्रेस विधायकों ने अधिक वर्षा से हुए फसलों के नुकसान और कर्ज माफी की मांग को लेकर तीखा प्रदर्शन किया। ‘चिड़िया चुग गई खेत’ का सांकेतिक प्रदर्शन कर उन्होंने सरकार की निष्क्रियता को उजागर किया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और कांग्रेस विधायक फूल सिंह बरैया ने कहा कि किसानों को न मंडी में उचित भाव मिल रहे हैं, न खाद और मुआवजा, जबकि सरकार राहत देने में विफल रही।

इस दौरान कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना सदन में चक्कर खाने के कारण कार्यवाही लगभग 10 मिनट के लिए स्थगित हुई। भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा और मंत्री विश्वास सारंग ने विपक्षी आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा सरकार किसानों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दे रही है और कांग्रेस केवल नाटक कर रही है।

विधायक सेना महेश पटेल ने अलीराजपुर और जोबट क्षेत्र में आदिवासी ग्रामीणों को बेघर किए जाने की संभावित योजना को गंभीर मुद्दा बताते हुए वन विभाग के आदेशों के तुरंत निरस्तीकरण की मांग की। इसके जवाब में मंत्री दिलीप परिवार ने कहा कि किसी का अतिक्रमण जबरदस्ती नहीं हटाया जाएगा और मुख्यमंत्री ने भी आश्वासन दिया है कि आदिवासियों का हक नहीं छीना जाएगा।

सत्र में कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने ‘राइट टू रिकॉल’ और हॉर्स ट्रेडिंग की घटनाओं पर भी चिंता जताई और कहा कि नगर पालिका, जनपद और जिला पंचायत चुनावों में पारदर्शिता सुनिश्चित करनी चाहिए।

सत्र के दौरान विधानसभा ने नगर पालिका संशोधन विधेयक पास किया। दोपहर 3:15 बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।

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