
Sitapur : सीतापुर के जिलाधिकारी डॉ. राजागणपति आर. की लगातार हो रही औचक कार्यवाहियों और निरीक्षणों से सरकारी महकमों में खौफ की लहर दौड़ गई है। जिलाधिकारी ने अपनी कार्यशैली को और सख्त करते हुए जहाँ एक तरफ रविवार की आधी रात को सीएचसी परसेंडी का औचक निरीक्षण किया, वहीं दिन में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में भी ताबड़तोड़ निरीक्षण किया। डीएम रविवार देर रात सीएचसी परसेंडी पहुंचे और स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया। इसके बाद सोमवार दिन में वह अचानक बीएसए कार्यालय पहुँच गए। उनकी लगातार हो रही इन कार्रवाइयों से कई सरकारी कर्मचारियों पर गाज गिरी है।
कार्यालय में गंदगी पर कड़ी नाराजगी
डीएम ने बीएसए कक्ष, एमडीएम कक्ष, जन सूचना अधिकारी कक्ष, आईजीआरएस पटल, प्रधान सहायक कक्ष सहित विभिन्न पटलों का निरीक्षण किया। पूरे कार्यालय में साफ-सफाई न होने पर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह को जल्द से जल्द संपूर्ण कार्यालय की सफाई कराने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर तत्काल कार्रवाई की गई।
लिपिक दिलीप त्रिवेदी (आईजीआरएस पटल) ड्यूटी से अनुपस्थित पाए जाने पर डीएम ने एक दिन का वेतन काटने तथा अनुशासनिक कार्यवाही के निर्देश दिए।
लिपिक राम सहारे (जन सूचना अधिकारी कक्ष) का सूचना का अधिकार संबंधी रजिस्टर अद्यतन न होने पर डीएम ने प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज करने के निर्देश दिए।
लिपिक विकास (डीसी निर्माण पटल) अपने पटल पर अनुपस्थित मिलने पर डीएम ने नाराजगी जताई और सभी को समय से उपस्थित रहने को कहा।
डीएम ने आईजीआरएस और जन सूचना अधिकारी कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगवाने के भी निर्देश दिए।
निलंबित शिक्षकों और मान्यता फाइलों पर कड़ा निर्देश
जिलाधिकारी ने लंबित मामलों के निस्तारण में देरी पर सख्त रुख अपनाया है। निलंबित शिक्षकों के रजिस्टर का अवलोकन करने के बाद डीएम ने निर्देश दिया कि सभी निलंबित शिक्षकों की फाइलों का निस्तारण तीन माह के भीतर सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसा न होने पर संबंधितों पर अनुशासनिक कार्रवाई होगी।
मान्यता लेने वाले स्कूलों की तीन माह 20 दिन से लंबित फाइलों को देखते हुए डीएम ने सभी आवेदनों का जल्द से जल्द निस्तारण करने का निर्देश दिया और कहा कि कोई भी फाइल अधिक समय तक लंबित न रखी जाए। उन्होंने लंबित आवेदन के एक प्रबंधक से मौके पर ही वार्ता भी की।
प्रधान सहायक कक्ष में पहुंचकर जिलाधिकारी ने लंबित जीपीएफ, बीओ की सेवा पुस्तिका देखी तथा वेतन वृद्धि संबंधी जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी के लगातार हो रहे औचक निरीक्षण से विभागों में तनाव और तेजी का माहौल बना हुआ है।
आधी रात को सीएचसी परसेंडी पहुंचे डीएम, नपे कई अधिकारी, वेतन रोकने के निर्देश
तालगांव, सीतापुर। जिलाधिकारी डॉ. राजागणपति आर. ने रविवार देर रात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परसेंडी का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल में मिली खामियों और स्टाफ की अनुपस्थिति पर जिलाधिकारी ने सख्त रुख अपनाया और कई अधिकारियों व कर्मचारियों के वेतन रोकने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान
अनुपस्थित पाए जाने पर कई कर्मचारियों के एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश।
चिकित्सक सुनील का मातृ सुरक्षा केंद्र संचालित न होने पर एक दिन का वेतन रोकने और नोटिस जारी करने के निर्देश।
बीपीएम का रजिस्टर अद्यतन न होने पर 15 दिन का वेतन रोकने की कार्रवाई।
जिलाधिकारी ने अस्पताल की व्यवस्थाओं की गहन जांच की। उन्होंने इमरजेंसी वार्ड, लेबर रूम, एनबीएसयू रूम और मातृ सुरक्षा केंद्र का निरीक्षण किया। अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच की। नर्स ड्यूटी कक्ष में रजिस्टर देखा और निर्देश दिया कि ड्यूटी चार्ट दीवार पर चस्पा किया जाए ताकि रोस्टर स्पष्ट रहे।
डीएम डॉ. राजागणपति आर. ने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शासन की मंशा है कि सभी को सरकारी अस्पतालों में बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके। इस हेतु हर कर्मचारी को अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करना होगा।
इस औचक निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेश कुमार भी उपस्थित रहे।
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