
Jhansi : कलेक्ट्रेट कैंपस में शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब एक महिला वकील और एक क्लाइंट के बीच तीखी नोकझोंक मारपीट में बदल गई। घटना का वीडियो मौके पर मौजूद किसी व्यक्ति ने मोबाइल में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसके बाद मामला चर्चाओं में आ गया।
महिला वकील ने पुलिस से शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि संबंधित व्यक्ति ने उनके नाम की फर्जी मुहर और हस्ताक्षर तैयार कर वकालतनामा लगाया, और जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उसने उन पर जूते से हमला कर दिया। घटना के बाद वकीलों में भारी रोष है और पीड़ित पक्ष ने सख्त कार्रवाई की मांग की है।
फर्जी वकालतनामा का आरोप, कहासुनी से शुरू हुआ झगड़ा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, महिला वकील को चकबंदी कोर्ट में उस मामले की जानकारी मिली जिसमें उनके नाम का वकालतनामा लगा पाया गया, जबकि उन्होंने इस प्रकरण में कोई पैरवी नहीं की थी। इस पर शक होने पर वह कोर्ट पहुंचीं और संबंधित व्यक्ति से इसका कारण पूछा।
बताया गया कि आरोपी ने खुलेआम स्वीकार किया कि उसने महिला वकील के नाम की नकली मोहर बनवाई और फर्जी हस्ताक्षर कर वकालतनामा लगाया। आरोप है कि उसने अभद्रता करते हुए कहा “जो बन पड़े कर लो।” इसके बाद दोनों के बीच कहासुनी बढ़ी और विवाद मारपीट में बदल गया।
जूते से हमला, वकीलों ने पकड़ा तो मौका पाकर भागा आरोपी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विवाद बढ़ने पर क्लाइंट ने महिला वकील पर जूते से हमला कर दिया। यह देखकर वहां मौजूद अन्य वकील मौके पर पहुंचे और आरोपी को पकड़ लिया, लेकिन भीड़ की हलचल के दौरान वह मौका पाकर फरार हो गया।
कुछ ही देर बाद कैंपस में मौजूद किसी व्यक्ति ने पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जो तेजी से वायरल हो गया। वीडियो सामने आने के बाद वकील समुदाय में आक्रोश व्याप्त है।
पुलिस जांच में जुटी, वकील संघ ने की कार्रवाई की मांग
घटना के बाद महिला वकील ने पुलिस से शिकायत दर्ज कराते हुए आरोपी पर फर्जीवाड़ा, मारपीट और अभद्र व्यवहार के गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने वीडियो और शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है।
वहीं वकील संघ ने कहा है कि कलेक्ट्रेट कैंपस में इस तरह की घटनाएं न केवल असुरक्षा की भावना बढ़ाती हैं, बल्कि न्यायिक प्रक्रिया पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। उन्होंने कहा कि फर्जी वकालतनामा लगाना एक गंभीर अपराध है और दोषी के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।










