
- एंबुलेंस में अव्यवस्था से मरीजों की जान पर बन आती, सुधरने की उठी मांग
Gola Gokarnanath, Lakhimpur : सरकारी अस्पतालों में एंबुलेंस सेवाओं की अव्यवस्थित स्थिति और अक्सर होने वाली अनावश्यक देरी को लेकर मिशन सामाजिक परिवर्तन – एक नई दिशा संगठन ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है। सोमवार को संगठन के संस्थापक/अध्यक्ष एडवोकेट रमाकांत चौधरी के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने तहसील परिसर पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार भीम चंद को सौंपा। एसडीएम की अनुपस्थिति में तहसीलदार ने ज्ञापन प्राप्त किया और आश्वासन दिया कि मामले को शीघ्र उच्चाधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा।
संगठन ने ज्ञापन में कहा कि जिले के कई सरकारी अस्पतालों में रेफरल प्रक्रिया पूरी होने से पहले एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होती, जिसके चलते गंभीर मरीज समय पर चिकित्सा सुविधा से वंचित रह जाते हैं। हाल ही में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एंबुलेंस देर से पहुंचने के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई, जिसने स्वास्थ्य व्यवस्था की खामियों को उजागर कर दिया। प्रत्येक सरकारी अस्पताल में 24 घंटे अस्पताल प्रशासन के प्रत्यक्ष नियंत्रण में कम से कम 1-2 एंबुलेंस उपलब्ध कराई जाएं। गंभीर मरीजों के लिए रेफर लेटर की औपचारिकता के बिना तत्काल एंबुलेंस उपलब्ध कराई जाए। एंबुलेंस सेवा में लापरवाही या विलंब करने वाले जिम्मेदार कर्मचारियों पर कठोर कार्रवाई की जाए। बढ़ती जरूरत को देखते हुए अतिरिक्त एंबुलेंस स्वीकृत कर अस्पतालों में तैनात की जाएं।
संगठन का कहना है कि स्वास्थ्य तंत्र की यह अव्यवस्था न केवल रोगियों के जीवन को खतरे में डालती है, बल्कि जीवन सुरक्षा जैसे मूलभूत अधिकार का भी हनन है। आवश्यक सुधार लागू होने से समय पर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी और कई अनमोल जिंदगियां बचाई जा सकेंगी। ज्ञापन देने वालों में एडवोकेट विवेक कुमार गौतम, अशर्फीलाल गौतम, विक्रम सिंह एडवोकेट, मनोज रावत एडवोकेट, महेश चंद्र वर्मा एडवोकेट, कल्पना तिवारी एडवोकेट, सरजीत कुमार एडवोकेट, अनुज कुमार गौतम एडवोकेट, चुन्नीलाल एडवोकेट, संतोष भारती एडवोकेट, सचिन राठौर, राजेश गौतम समेत अन्य लोग मौजूद रहे।












