
Banda : मुख्य चिकित्साधिकारी ने बैठक करते हुए आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाने संबंधी कार्य की समीक्षा की और प्रगति जानी। उन्होंने कहा कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में शिविर लगाकर अवशेष पात्र लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए जाएं। साथ ही चेतावनी दी कि लापरवाही पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कलक्ट्रेट स्थित महर्षि वामदेव सभागार में सोमवार को जिलाधिकारी जे. रीभा के निर्देश पर आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाने संबंधी बैठक आयोजित हुई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजेंद्र कुमार ने बताया कि 70 वर्ष आयु वाले छूटे हुए लाभार्थी, छह यूनिट अंत्योदय राशन कार्ड धारक तथा अन्य पात्र लाभार्थियों के आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाने के लिए एक माह का विशेष अभियान 25 नवंबर (मंगलवार) से 25 दिसंबर तक चलाया जाएगा।
उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया कि माइक्रोप्लान के अनुसार कार्ड बनाने का कार्य किया जाए। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कार्ड बनाने के लिए शिविर लगाए जाएंगे। अस्पताल के पंजीकरण काउंटरों पर गोल्डन कार्ड बनाने संबंधी जानकारी का प्रचार-प्रसार कर लोगों को अवगत कराने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने बताया कि ई-श्रमिक कार्ड धारक मजदूरों के भी आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम प्रधान, राशन कोटेदार और एडीओ पंचायत तथा शहरी क्षेत्र में आशा, वार्ड सदस्य और राशन कोटेदार के सहयोग से अवशेष पात्र लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए जाएंगे।
बैठक में परियोजना निदेशक, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।











