
भास्कर ब्यूरो
Syohara, Bijnor : स्योहारा क्षेत्र में सड़क किनारे खड़े सरकारी पेड़ों की खुलेआम चोरी का मामला सामने आया है, जबकि वन विभाग इस पूरी गतिविधि पर चुप्पी साधे बैठा है। ग्राम भगवानपुर रैनी के पास बुढ्ढी रामगंगा पुल के समीप दिनदहाड़े दो शीशम और एक सीरस के पेड़ काट लिए गए, लेकिन वन सुरक्षा कर्मियों ने मौके पर पहुंचने की जरूरत तक नहीं समझी। ग्रामीणों द्वारा सूचना देने के बाद ही वन विभाग हरकत में आया और कटे हुए पेड़ों की लकड़ी को वन चौकी भेजने की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही।
सूत्रों का कहना है कि भगवानपुर रैनी क्षेत्र में सरकारी पेड़ों की चोरी कोई नई बात नहीं है। ग्रामीण आरोप लगाते हैं कि इस अवैध गतिविधि में वन विभाग के कुछ कर्मचारी भी शामिल रहते हैं, जिसके कारण पेड़ कटाई का सिलसिला लगातार जारी है।
इसी बीच दरिया रफैतपुर और भगवानपुर के बीच बन रही सड़क को डिप्टी रेंजर विजय भारत ने अचानक यह कहते हुए रुकवा दिया कि जंगल में सड़क नहीं बनाई जा सकती और पेड़ों की कटाई सड़क निर्माण करने वालों ने की है। लेकिन जब डिप्टी रेंजर से पेड़ काटने वाले व्यक्ति का नाम पूछा गया तो उनका जवाब अस्पष्ट रहा और उन्होंने यह कहकर बात टाल दी कि नाम वह कार्यालय जाकर बताएंगे।
घटना स्थल से लौटे अधिकारी यदि मुकदमा दर्ज होने की बात कर रहे हैं, लेकिन आरोपी का नाम बताने में हिचक रहे हैं, तो यह साफ संकेत है कि विभागीय स्तर पर कुछ न कुछ दबाया जा रहा है। ग्रामीणों में वन विभाग की कार्यशैली को लेकर गहरा आक्रोश है।










