
- पुलिस लाइन समेत सभी थानों में जोश से मनाया गया झंडा दिवस
- पुलिसकर्मियों को पुलिस महानिदेशक का संदेश पढ़कर सुनाया
Banda : पुलिस बल के साहस, समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा को समर्पित पुलिस झंडा दिवस पुलिस लाइन, पुलिस कार्यालय समेत सभी कोतवाली और थानों में पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। पुलिस लाइन में पुलिस अधीक्षक व पुलिस कार्यालय में सहायक पुलिस अधीक्षक ने ध्वजारोहण करते हुए पुलिसकर्मियों के साथ सलामी दी। ध्वजारोहण के बाद एसपी ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक की ओर से जारी संदेश को सभी अधिकारियों और जवानों को पढ़कर सुनाया।
पुलिस लाइन, पुलिस कार्यालय समेत सभी कोतवाली और थानों में रविवार को पूरे उत्साह के साथ पुलिस झंडा दिवस मनाया गया। पुलिस लाइन के क्वार्टर गार्ड पर पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल ने ध्वज फहराकर सलामी दी। ध्वजारोहण के बाद पुलिसकर्मियों को पुलिस महानिदेशक का संदेश पढ़कर सुनाया। एसपी ने इस दिन को प्रदेश पुलिस के लिए ऐतिहासिक महत्व का दिन बताया। कहा कि शक्ति, निष्ठा, अनुशासन और सेवा की भावना को दर्शाने वाला लाल एवं नीले रंग का पुलिस ध्वज आत्मसम्मान और कर्तव्यपरायणता का प्रेरणास्रोत है। ध्वज के प्रति सम्मान दायित्वों के प्रति समर्पण और नई ऊर्जा का संचार करता है। इसी क्रम में सहायक पुलिस अधीक्षक मेविस टॉक ने पुलिस कार्यालय में झंडा फहराकर पुलिस कर्मियों के साथ सलामी दी।
इसके अतिरिक्त, सभी क्षेत्राधिकारियों ने अपने कार्यालयों और सभी कोतवाली व थाना प्रभारियों ने ध्वजारोहण करते हुए सलामी दी। सहायक पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस झंडा दिवस प्रतिवर्ष 23 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिन उत्तर प्रदेश पुलिस के गौरवमयी इतिहास और पहचान को दर्शाता है। उत्तर प्रदेश पुलिस को देश के सबसे बड़े पुलिस बल होने का गौरव प्राप्त है। 23 नवंबर 1952 को तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने पुलिस कार्य के सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस को पुलिस ध्वज प्रदान किया था।
उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य पुलिस बल है जिसे यह सम्मान प्राप्त हुआ। यह पुलिस कलर या पुलिस ध्वज पूरे उत्तर प्रदेश पुलिस बल के लिए गर्व का विषय है। इस दिवस के माध्यम से उत्तर प्रदेश पुलिस अपने गौरवमयी इतिहास को याद करती है। साथ ही, संवेदनशीलता और शौर्यपूर्ण कर्तव्यनिष्ठा से अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करने का संकल्प लेती है, जिससे नए आयाम स्थापित हो सकें।










