
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जी-20 समिट के मौके पर जोहान्सबर्ग में साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने ग्लोबल साउथ की आवाज़ को बुलंद करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई। प्रधानमंत्री ने आईबीएसए नेताओं की मीटिंग करने के लिए दक्षिण अफ्रीका की पहल की तारीफ़ की।
भारत-साउथ अफ्रीका संबंधों को मज़बूत करने वाले ऐतिहासिक संबंधों को याद करते हुए दोनों नेताओं ने आपसी संबंधों की समीक्षा की। व्यापार और निवेश, फ़ूड सिक्योरिटी, स्किल डेवलपमेंट, माइनिंग, यूथ एक्सचेंज और लोगों के बीच संबंधों सहित सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों में हुई प्रगति पर संतुष्टि जताई। उन्होंने एआई, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर और ज़रूरी मिनरल्स के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। नेताओं ने साउथ अफ्रीका में भारतीय फर्मों की बढ़ती मौजूदगी का स्वागत किया और खासकर इंफ्रास्ट्रक्चर, टेक्नोलॉजी, इनोवेशन, माइनिंग और स्टार्ट-अप सेक्टर में आपसी निवेश को आसान बनाने पर सहमति जताई।
प्रधानमंत्री ने साउथ अफ्रीकी चीतों को भारत लाने के लिए प्रेसिडेंट रामफोसा को धन्यवाद दिया और उन्हें भारत के नेतृत्व वाले इंटरनेशनल बिग कैट अलायंस में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। दोनों नेताओं ने ग्लोबल साउथ की आवाज़ को बुलंद करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई। राष्ट्रपति रामफोसा ने 2026 में ब्रिक्स की भारत की आने वाली अध्यक्षता के लिए दक्षिण अफ्रीका के पूरे समर्थन का भरोसा दिलाया।
प्रधानमंत्री ने उन्हें उनकी अच्छी मेहमाननवाज़ी और समिट के सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने नई दिल्ली जी20 समिट के दौरान लिए गए फैसलों को आगे बढ़ाने और उन पर काम करने के लिए साउथ अफ्रीका के जी20 प्रयासों की तारीफ़ की।













