
गाजा पट्टी में शनिवार को इजरायली हवाई हमलों ने तबाही मचा दी। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इन हमलों में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई है और 80 से अधिक लोग घायल हुए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पहला हमला रिमल इलाके में एक कार पर हुआ, जिससे उसमें आग लग गई। इस हादसे में पांच लोग मारे गए।
यह हमला दो साल के युद्ध के बाद 10 अक्टूबर को अमेरिका की मध्यस्थता से हुए युद्धविराम समझौते के बाद से अब तक का सबसे घातक दिन माना जा रहा है।
इसके तुरंत बाद, इजरायली सेना ने देर अल-बलाह शहर और नुसेरत कैंप में दो घरों पर हवाई हमले किए, जिनमें 10 लोगों की मौत हो गई। साथ ही, पश्चिमी गाजा में एक घर पर किए गए हमले में पांच फलस्तीनियों की जान चली गई।
घटनास्थल पर मौजूद एक फोटोग्राफर ने देखा कि राहगीर जली हुई कार के मलबे के पास जा रहे थे, बच्चे अंदर से खाना निकालने की कोशिश कर रहे थे। इस बीच, इजरायली सेना से प्रतिक्रिया मांगी गई है।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने आरोप लगाया है कि हमास ने युद्धविराम का उल्लंघन किया है। इजरायली सेना का दावा है कि एक बंदूकधारी गाजा में इजरायली कब्ज़े वाले इलाके में घुस गया, जिससे मानवीय मदद पहुंचना प्रभावित हो रहा है, और इसे संघर्ष विराम का उल्लंघन माना गया है।
इजरायल ने कहा है कि उसने गाजा में जवाबी कार्रवाई की है। वहीं, हमास ने इन आरोपों को खारिज किया है। दो साल से जारी संघर्ष के बाद 10 अक्टूबर को हुए संघर्ष विराम के बावजूद हिंसा पूरी तरह से नहीं रुकी है।
इजरायल का कहना है कि उसने युद्ध विराम का सम्मान किया है, जबकि हमास ने नहीं। इजरायली सेना ने यह भी आरोप लगाया है कि हमास के आतंकवादी सीमा पार कर इजरायली क्षेत्र में घुसे हैं और हम फिर से मध्यस्थों से आग्रह करते हैं कि वे सुनिश्चित करें कि हमास अपने वादे का पालन करे।
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