Lakhimpur Kheri : गोला में पेड़ काटने के विवाद में जानलेवा हमला, पुलिस पर पीड़ित को जबरन हवालात में बैठाकर समझौता कराने का आरोप

  • सीओ से न्याय की गुहार

Lakhimpur Kheri : लखीमपुर खीरी के थाना गोला क्षेत्र के जमुनाबाद फॉर्म में पेड़ काटने को लेकर शुरू हुआ विवाद बीते मंगलवार को गंभीर आरोपों में तब्दील हो गया। पीड़ित सोबरन लाल ने क्षेत्राधिकारी गोला को प्रार्थना–पत्र देकर विपक्षियों पर जानलेवा हमला करने और संबंधित पुलिसकर्मियों पर अमानवीय व्यवहार एवं जबरन समझौता कराने का गंभीर आरोप लगाया है।

पेड़ काटने से शुरू हुआ विवाद, कुल्हाड़ी लेकर पहुंच गए विपक्षी

पीड़ित सोबरन लाल के अनुसार, 8 नवंबर को विपक्षीगण अमित राजवंशी और रामचंद्र ने उनके मकान के पीछे लगे पेड़ों को बिना अनुमति काट लिया। जब पीड़ित की पत्नी श्यामा देवी ने इसका विरोध किया तो विपक्षीगण कथित रूप से हाथ में कुल्हाड़ी लेकर जान से मारने की नीयत से उनकी ओर झपट पड़े। पीछे हटने की कोशिश में कुल्हाड़ी उनकी पीठ में लग गई, जिससे उन्हें गंभीर अंदरूनी चोट आई।
शाम को घर लौटे सोबरन लाल को पत्नी ने रोते हुए पूरी घटना बताई। उन्होंने बताया कि स्थानीय थाना गोला में शिकायत करने पर कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद मजबूर होकर 12 नवंबर को उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज की।

सोबरन लाल का आरोप है कि 19 नवंबर को पुलिस के दो सिपाही—शिवचंद्र और ओम आसिम—घर पहुंचे और थाने चलने को कहा। “कहा गया कि आपकी समस्या का समाधान करेंगे। लेकिन जैसे ही मैं थाने पहुंचा, मेरा मोबाइल जब्त कर लिया गया और मुझे बिना कारण हवालात में बैठा दिया गया,” पीड़ित ने प्रार्थना-पत्र में लिखा है।

पीड़ित का आरोप है कि विरोध जताने पर पुलिसकर्मियों ने उसका नाम-पता नोट कर लिया और धमकाकर जबरन समझौते पर हस्ताक्षर करा लिए। इतना ही नहीं, यह भी कहा गया कि “सीएम पोर्टल से फोन आए तो कहना कि मामला निस्तारित हो गया है, नहीं तो बड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

पीड़ित ने बताया कि उनकी पत्नी अभी भी दर्द से कराह रही है, जबकि खुद वह मानसिक रूप से बेहद परेशान हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस का व्यवहार इंसाफ पर से भरोसा तोड़ने वाला है। सोबरन लाल ने क्षेत्राधिकारी गोला से कार्रवाई की मांग की है।

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