
रामनगर : रामनगर के पीरूमदारा में गुरुवार देर रात करीब साढ़े तीन बजे बड़ा सड़क हादसा हो गया। हल्दुआ से गश्त पर तैनात वन कर्मियों को लाने जा रही सरकारी बोलेरो की एक कार से आमने–सामने भिड़ंत हो गई। दुर्घटना में वनकर्मी चालक मनीष बिष्ट की मौत हो गई, जबकि कार सवार तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए। दो घायलों को हायर सेंटर रेफर किया गया है।
कैसे हुआ हादसा?
चिल्किया (रामनगर) निवासी मनीष बिष्ट तराई पश्चिमी वन प्रभाग की आमपोखरा रेंज में संविदा चालक थे। अवैध कटान और तस्करी की सूचना मिलने पर वह हल्दुआ चौकी से वनकर्मियों को लेने जा रहे थे। पीरूमदारा के पास सामने से आ रही कार ने बोलेरो को टक्कर मार दी, जिससे दोनों वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।
घायल और मृतक की पहचान
हादसे में मनीष बिष्ट को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कार सवार गाजियाबाद निवासी आनंद बल्लभ जोशी और पौड़ी निवासी सुशीला देवी की हालत गंभीर है और उन्हें रेफर किया गया है। पौड़ी निवासी धमेंद्र सिंह खतरे से बाहर है।
वन विभाग की ओर से जानकारी
रेंजर पूरन सिंह खनायत ने बताया कि मृतक मनीष पिछले नौ वर्षों से वन विभाग में कार्यरत थे और उनके पिता भी वन विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं। मनीष का एक बेटा है।
पोस्टमार्टम के बाद शव सौंपा गया
कोतवाल सुशील कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अलग-अलग घटनाएँ
फॉरेस्ट गार्ड हादसे में घायल
कालाढूंगी रेंज में बाइक से गश्त पर निकले फॉरेस्ट गार्ड बीरबल सिंह नेगी को नैनीताल मार्ग पर सामने से आ रही कार ने जोरदार टक्कर मारी। बीरबल गंभीर रूप से घायल हैं और हल्द्वानी के निजी अस्पताल में इलाज जारी है। कार चालक मनोज कुमार खंडेलवाल को हिरासत में लिया गया है।
चिकित्सक के बेटे ने फंदा लगाया
कमलुवागांजा, मुखानी में डॉ. हेमंत कुमार भट्ट के 19 वर्षीय पुत्र भरत ने कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवार वालों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि भरत किसी बीमारी से परेशान था और परिवार से कम बात करता था। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगे की जांच करेगी।












