लखीमपुर खीरी : कक्षा-4 की छात्रा कायनात ने मात्र 40 सेकंड में सुनाएं उत्तर प्रदेश के सारे जिलों के नाम

लखीमपुर खीरी : ‘प्रतिभा किसमें, कहाँ और कब चमक उठे..’ यह कहना हमेशा आसान नहीं होता। लेकिन लखीमपुर खीरी की तहसील निघासन के प्राथमिक विद्यालय कौड़ियालघाट की कक्षा चार की छात्रा कायनात ने यह साबित कर दिया कि हुनर सिर्फ बड़े-बड़े इंग्लिश मीडियम स्कूलों की चारदीवारी तक ही सीमित नहीं, बल्कि सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में भी कूट-कूट कर भरा है।

कायनात ने अपने अद्भुत स्मरण कौशल का ऐसा प्रदर्शन किया कि हर कोई दंग रह गया। महज 40 सेकेंड में उन्होंने उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों के नाम एक सांस में सुना डाले। यह कारनामा सुनने में जितना आसान लगता है, असल में उतना ही कठिन है, लेकिन कायनात ने आत्मविश्वास भरे अंदाज़ में इसे कर दिखाया।

विद्यालय के शिक्षकों के मुताबिक, कायनात शुरू से ही तेज-तर्रार और जिज्ञासु छात्रा रही हैं। पढ़ाई के प्रति उनकी लगन और सीखने की गति उन्हें कक्षा के अन्य छात्रों से अलग पहचान देती है। शिक्षकों का कहना है कि यदि ऐसे बच्चों को बेहतर मार्गदर्शन और अवसर मिलें, तो यह छोटे-छोटे गाँवों से निकली प्रतिभाएँ भी बड़े मंचों पर अपनी चमक बिखेर सकती हैं।

इधर, कायनात का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में जिले-दर-जिले नाम गिनाती मासूम छात्रा को देखकर लोग उसकी तारीफ करते नहीं थक रहे। अभिभावकों और ग्रामीणों में भी खुशी का माहौल है। उनका मानना है कि प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के भीतर प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, बस उन्हें पहचानने और निखारने की जरूरत है।

गाँव के लोग इस उपलब्धि को पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय बता रहे हैं। स्कूल स्टाफ व स्थानीय लोगों का कहना है कि कायनात जैसे बच्चे सरकारी स्कूलों की सकारात्मक तस्वीर पेश करते हैं, जिससे आम धारणाएँ भी बदल रही हैं।

कायनात ने न सिर्फ अपने विद्यालय का नाम रोशन किया है, बल्कि यह संदेश भी दिया है कि प्रतिभा किसी सुविधा, प्लेटफॉर्म या बड़े नाम की मोहताज नहीं होती, बस एक मौका चाहिए, और वह चमक कर दुनिया को अपनी ओर खींच ही लेती है।

यह भी पढ़े : New Labour Code : आज से लागू हो रहा नया श्रमिक नियम! सैलरी, ग्रेच्युटी और ओवरटाइम पर हुए 10 बड़े बदलाव

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें