Hathras : साइबर क्राइम थाने की बड़ी कार्रवाई, अंतर्राष्ट्रीय साइबर स्लेवरी रैकेट का भंडाफोड़, एक अभियुक्त गिरफ्तार

Hathras : साइबर क्राइम पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए विदेशों में नौकरी का झांसा देकर युवाओं से लाखों रुपये ठगने और उन्हें थाईलैंड व म्यांमार में साइबर स्लेवरी में धकेलने वाले अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के सदस्य संजय कुमार राणा को गिरफ्तार किया है। आरोपी युवाओं को मर्चेंट नेवी में नौकरी दिलाने का भरोसा देकर उनसे मोटी रकम लेता था और विरोध करने पर उन्हें अपने विदेशी साथियों के माध्यम से म्यांमार के साइबर फ्रॉड कैंपों में बेच देता था, जहां उनसे जबरन 18–18 घंटे तक साइबर ठगी कराई जाती थी।

पीड़िता और उसके साथी हरीश ने बताया कि उन्होंने संजय राणा को मर्चेंट नेवी में नौकरी लगवाने के नाम पर करीब छह लाख रुपये दिए थे। इसके बाद संजय ने दोनों को टूरिस्ट वीजा पर थाईलैंड भेज दिया, जहां एयरपोर्ट से उठाकर उन्हें कई स्थानों से घुमाते हुए नदी के रास्ते म्यांमार बॉर्डर पार करवा दिया गया और स्थानीय साइबर गिरोह को सौंप दिया गया। गिरोह ने उनका पासपोर्ट छीनकर उन्हें भूखे-प्यासे रखकर फौजी वर्दी पहने गुंडों की धमकियों के बीच साइबर फ्रॉड की ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी।

इसी दौरान एक अन्य भारतीय ने भारतीय दूतावास से संपर्क किया, जिसके बाद एक विशेष रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और पीड़ितों को म्यांमार से वापस थाईलैंड लाकर भारतीय वायुसेना के विमान से भारत भेजा गया। भारत लौटने के बाद जब पीड़ितों ने संजय से पैसे वापस मांगे तो उसने धमकी दी। शिकायत पर थाना साइबर क्राइम हाथरस में मुकदमा दर्ज कर जांच की गई और 20 नवंबर को आरोपी को कोलकाता क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया।

पूछताछ में संजय ने स्वीकार किया कि वह अपने म्यांमार-थाईलैंड के साथी सचिन राणा को युवकों-युवतियों के दस्तावेज भेजता था और बदले में बड़ी रकम हासिल करता था। यह नेटवर्क भारतीय और विदेशी लोगों को डेटिंग ऐप्स के माध्यम से फंसाकर ठगी करता था और साइबर स्लेव्स को एक कंपनी से दूसरी कंपनी में बेचता रहता था।

आरोपी के खिलाफ हाथरस के अलावा जनपद एटा में भी इसी तरह का मुकदमा दर्ज है। हाथरस साइबर क्राइम पुलिस अब उसके पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है।

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